सुब्रमण्यम स्वामी का बड़ा बयान, नेताजी की हत्या में स्टालिन की भूमिका थी

Webdunia
रविवार, 30 सितम्बर 2018 (00:02 IST)
अगरतला। भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने शनिवार को कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की हत्या में रूस के पूर्व राष्ट्रपति जोसेफ स्टालिन की भूमिका थी और 1945 में विमान हादसे में उनकी मौत नहीं हुई थी, जैसा कि ज्यादातर लोग मानते हैं।
 
सांस्कृतिक गौरव संस्था द्वारा यहां रवीन्द्र शतवार्षिकी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वामी ने कहा कि बोस ने साम्यवादी रूस में शरण मांगी थी, जहां बाद में उनकी हत्या कर दी गई।
 
उन्होंने कहा, 'बोस की मृत्यु 1945 में नहीं हुई। यह गलत है। यह नेहरू और जापानियों की साजिश है। सुभाष चंद्र बोस ने रूस में शरण मांगी थी और उन्हें वहां शरण दी गई थी। जवाहर लाल नेहरू सबकुछ जानते थे। बाद में वहां बोस की हत्या कर दी गई।' 
 
स्वामी ने यह भी दावा किया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की आजाद हिंद सरकार के चलते ब्रितानी औपनिवेशिक शासकों ने भारत को आजादी दी जिसका गठन 75 साल पहले सिंगापुर में हुआ था।
 
स्वामी ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 370 को भारत के राष्ट्रपति द्वारा सिर्फ एक अधिसूचना जोड़कर हटाया जा सकता है। यह अनुच्छेद कश्मीर को विशेष दर्जा प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में राम मंदिर के निर्माण के लिए आगे के रास्ते और खुले हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

लालू यादव पर उनके साले का बड़ा आरोप, अपहरण के बाद CM आवास में होता था सेटलमेंट

क्या दिल्ली में होंगे 2 डिप्टी CM, खत्म हुआ सस्पेंस, BJP की ओर से आया बड़ा अपडेट

gold rate : क्या ऐसे ही बढ़ते रहेंगे सोने के दाम, कीमत कब तक 1 लाख तक पहुंचने के आसार, आखिर क्यों आ रही है तेजी

Instagram और WhatsApp यूजर्स के लिए आई बड़ी खुशखबरी

वक्फ बिल पर JPC रिपोर्ट संसद में पेश, पर्सनल लॉ बोर्ड की चेतावनी- पारित हुआ तो आंदोलन, क्या बोले विपक्षी नेता

सभी देखें

नवीनतम

Ukraine के परमाणु रिएक्टर पर हुआ हमला, यूक्रेन के आरोप का रूस ने दिया यह जवाब

रणवीर इलाहाबादिया का विवादों से है पुराना नाता, पहले भी दे चुके हैं ये 5 विवादित बयान

Russian Beer कैन पर गांधी जी की फोटो, मचा बवाल, सोशल मीडिया पर गुस्‍से में भारतीय, जानिए क्‍या है विवाद?

भारत को F-35 की अमेरिकी पेशकश से बौखलाया पाकिस्तान, जानिए क्या कहा

GIS 2025: झीलों की नगरी भोपाल में होने वाली जीआईएस में शहरी विकास पर भी होगा विशेष फोकस

अगला लेख