नवरात्रि में उपवास के दिनों में बहुत लाभदायी है यह डिश, नोट करें रेसिपी

Webdunia
नवरात्रि फलाहार : स्वीट पोटॅटो पूरन पोली 
 
नवरात्रि स्पेशल फूड चैनल में पाएं ऐसा स्वाद कि हर किसी के मन भाए। जी हां, इस दुर्गा पर्व में ट्राय करें यह रेसिपी, फलाहारी आटे से निर्मित यह आलू की पूरन पोली बनाना है बेहद आसान। तो देर किस बात की। इस नवरात्रि में व्रत के दौरान अवश्य बनाएं और खुद भी खाएं तथा परिवारजनों को भी खिलाएं-
 
सामग्री : 200-200 ग्राम सिंघाड़े व राजगिरे का आटा, 500 ग्राम आलू, 1/2 कटोरी शकर, घी (तलने के लिए), 4-5 केसर लच्छे, 1/2 चम्मच इलायची पाउडर। 
 
विधि : सबसे पहले आलू को उबाल कर, छिल कर मैश करें। अब एक कढ़ाई में धीमी आंच पर घी गरम करें व इसमें आलू डालें। 5-7 मिनट भूनें और शकर मिलाएं व लगातार हिलाते हुए 5 मिनट तक पुनः भूनें। फिर इलायची, केसर डालकर अच्छी तरह मिलाएं और आंच से उतार कर रख दें। 
 
अब राजगिरे व सिंघाड़े का आटा छानकर एक जगह एकत्रित करके गूंथ लें। आलू की पिट्ठी ठंडी होने पर उसकी गोल-गोल गोलियां बना लें। फिर आटे की पूरी जितनी लोई बेल लें और एक आलू की गोली उसमें रखकर पूरन पोली की तरह बेल लें। 
 
तवा गरम करके इसे दोनों तरफ घी लगाकर धीमी आंच पर सेक लें। कई गुणों से भरपूर यह स्वीट पूरन पोली उपवास के दिनों के लिए लाभदायी है। अब गरमा-गरम  पोटॅटो पूरन पोली को परोसें। 

ALSO READ: नवरात्रि व्रत फलाहार रेसिपी : राजगिरा, आलू और साबूदाने से बनाएं यह हेल्द‍ी डिश, पढ़ें रेसिपी

 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

चैत्र नवरात्रि की सप्तमी, अष्टमी और नवमी तिथि का क्या है महत्व?

हिंदू नववर्ष पर घर के सामने क्यों बांधी जाती है गुड़ी?

चैत्र नवरात्रि 2025: नवरात्रि के पहले दिन भूलकर भी न करें ये 10 काम, बढ़ सकती हैं परेशानियां

29 मार्च को शनि और राहु की युति से बन रहा है पिशाच योग, बचने के 10 उपाय

सूर्य ग्रहण और शनि के मीन राशि में प्रवेश का दुर्लभ संयोग, क्या होगा देश दुनिया का हाल? कौनसी 6 राशियां रहेंगी बेहाल?

सभी देखें

धर्म संसार

26 मार्च 2025 : आपका जन्मदिन

26 मार्च 2025, बुधवार के शुभ मुहूर्त

29 मार्च को शनिश्चरी अमावस्या और सूर्य ग्रहण एक साथ, भूलकर भी न करें ये काम वर्ना...

गणगौर का त्योहार आया, सुहागनों का मन हर्षाया...जानिए गणगौर पूजा में क्यों गाए जाते हैं दोहे? पढ़ें ये 20 सुंदर दोहे

हिन्दू नववर्ष को किस राज्य में क्या कहते हैं, जानिए इसे मनाने के भिन्न भिन्न तरीके

अगला लेख