महा अष्टमी 2021 : अष्टमी तिथि के बारे में 10 खास बातें जानकर ही करें पूजा

Webdunia
सोमवार, 11 अक्टूबर 2021 (16:43 IST)
13 अक्टूबर को शारदीय नवरात्र की महा अष्टमी का व्रत रखा जाएगा और इस दिन माता महागौरी की पूजा होगी। आओ जानते हैं कि ज्योतिष की नजरों में कैसी होती है अष्टमी की तिथि। 
 
1. कलावती नाम की यह तिथि जया संज्ञक है। 
 
2. मंगलवार की अष्टमी सिद्धिदा और बुधवार की मृत्युदा होती है। 
 
3. इस तिथि की की दिशा ईशान है। ईशान में शिव सहित सभी देवताओं का निवास है इसीलिए इस अष्टमी का महत्व अधिक है। 
 
4. यह तिथि परम कल्याणकारी, पवित्र, सुख को देने वाली और धर्म की वृद्धि करने वाली है।
 
5. अष्टमी  के दिन नारियल खाना निषेध है, क्योंकि इसके खाने से बुद्धि का नाश होता है। इसके आवला तिल का तेल, लाल रंग का साग तथा कांसे के पात्र में भोजन करना निषेध है। हालांकि माता को नारियल का भोग लगा सकते हैं। कई जगह कद्दू और लौकी का भी निषेध माना गया है क्योंकि यह माता के लिए लि के रूप में चढ़ता है।
 
6. यदि अष्टमी को पराण कर रहे हैं तो विविध प्रकार से महागौरी का पूजन कर भजन, कीर्तन, नृत्यादि उत्सव मनाना चाहिए विविध प्रकार से पूजा-हवन कर 9 कन्याओं को भोजन खिलाना चाहिए और हलुआ आदि प्रसाद वितरित करना चाहिए। माता को अर्पित करें ये- 1.खीर, 2.मालपुए, 3.मीठा हलुआ, 4.पूरणपोळी, 5.केले, 6.नारियल, 7.मिष्ठान्न, 8.घेवर, 9.घी-शहद और 10.तिल और गुड़।
 
7. देव, दानव, राक्षस, गंधर्व, नाग, यक्ष, किन्नर, मनुष्य आदि सभी अष्टमी और नवमी को ही पूजते हैं। कथाओं के अनुसार इसी तिथि को मां ने चंड-मुंड राक्षसों का संहार किया था।
 
8. अष्टमी के दिन कुल देवी की पूजा के साथ ही मां काली, दक्षिण काली, भद्रकाली और महाकाली की भी आराधना की जाती है। माता महागौरी अन्नपूर्णा का रूप हैं। इस दिन माता अन्नपूर्णा की भी पूजा होती है इसलिए अष्टमी के दिन कन्या भोज और ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है।
 
9. मां भगवती का पूजन अष्टमी को करने से कष्ट, दुःख मिट जाते हैं और शत्रुओं पर विजय प्राप्त होती। मां की शास्त्रीय पद्धति से पूजा करने वाले सभी रोगों से मुक्त हो जाते हैं और धन-वैभव संपन्न होते हैं।
 
10. महाष्टमी के दिन महास्नान के बाद मां दुर्गा का षोडशोपचार पूजन किया जाता है। महाष्टमी के दिन मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होती है इसलिए इस दिन मिट्टी के नौ कलश रखे जाते हैं और देवी दुर्गा के नौ रूपों का ध्यान कर उनका आह्वान किया जाता है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

भविष्य मालिका की भविष्यवाणी होगी सच, पाकिस्तान के होंगे 4 टुकड़े?

वास्तु ज्ञान: गृह निर्माण में 'ब्रह्म स्थान' का महत्व, जानें कहां होता है और करें यह सरल उपाय

राहु और मंगल का षडाष्टक योग, 3 राशियों को रहना होगा सतर्क

राहु और मंगल का षडाष्टक योग, देश और दुनिया में 20 दिनों तक मचाएगा तबाही

मंगल और राहु मिलकर तय करेंगे कि कब पाकिस्तान से होगा युद्ध

सभी देखें

धर्म संसार

Aaj Ka Rashifal: 10 मई 2025, आज किन राशियों के चमकेंगे सितारे, जानें क्या कहती है आपकी राशि

10 मई 2025 : आपका जन्मदिन

10 मई 2025, शनिवार के शुभ मुहूर्त

भारत पाक युद्ध: जैसलमेर वालों को फिर मिला तनोट की माता का सुरक्षा आशीर्वाद

भारत-पाक युद्ध के दौरान 4 राशियों के सितारे रहेंगे बुलंदी पर

अगला लेख