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प्रयाग कुंभ से लौटने के बाद घर पर जरूर करें ये 5 कार्य तभी मिलेगा तीर्थ स्नान का लाभ

WD Feature Desk
मंगलवार, 11 फ़रवरी 2025 (14:45 IST)
वर्ष 2025 में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ का आयोजन हो रहा है। 6 अमृत स्नान में से अब 2 ही बचे हैं। 12 फरवरी माघ पूर्णिमा का और 26 फरवरी महाशिवरात्रि का स्नान। प्रयागराज कुंभ मेले में जाकर त्रिवेणी संगम पर स्नान कर लिया है, मंदिरों में सभी के दर्शन कर लिए हैं और अब 
घर लौट आए हैं तो थकान मिटाने में लगे होंगे। इससे पहले आप 5 कार्य जरूर करें ताकि आपको तीर्थ स्नान का पूर्ण पुण्य प्राप्त हो।ALSO READ: प्रयागराज महाकुंभ से अयोध्या आ रहे श्रद्धालुओं से भरी गलियां, 29 दिन में 2.5 करोड़ लोग पहुंचे
 
1. कथा का आयोजन करें: प्रयागराज महाकुंभ में कुंभ स्नान करने के बाद जब घर लौट आएं तो सत्यनारायण भगवान, विष्णु पुराण कथा या किसी अन्य कथा का आयोजन करें। यह नहीं कर पा रहे हैं तो सुंदरकांड का पाठ या गंगा चालीसा, शिव चालीसा आदि का पाठ करें।
 
2. प्रसाद वितरण करें: कुंभ से लाए गए प्रसाद को अपने पड़ोसी और रिश्तेदारों में बांटें। ऐसा करने से सभी को पुण्य की प्राप्ति होगी और आपको दोगुना पुण्य प्राप्त होगा।ALSO READ: संगम पर आस्था की डुबकी, 45 करोड़ से ज्यादा ने किया कुंभ स्नान
3. दान पुण्य करें: कुंभ से आने के बाद ब्राह्मणों, भांजो, जमाई या किसी गरीब को दान दक्षिणा दें या उन्हें भरपेट भोजन कराकर दान दक्षिणा दें। यह नहीं कर सकते हैं तो पक्षियों, पशुओं और मछलियों को अन्न खिलाएं।
 
4. अनुभव साझा करें : महाकुंभ से लौटने के बाद अपने अच्छे बुरे सभी अनुभव साझा करने के साथ ही आप लोगों को कोई सुझाव या सलाह देना चाहते हैं तो जरूर दें। ध्यान रखें कि आपको अनुभवों का साझा करना न कि अपने यात्रा का बढ़ चढ़कर बखान करना है।ALSO READ: Kumbh Sankranti 2025: कुंभ संक्रांति पर प्रयाग महाकुंभ में करें मां गंगा के इन नामों का जप, मिट जाएंगे सारे पाप
 
5. गंगा जल का छिड़काव: यदि आप कुंभ से गंगा जल लेकर आएं हैं तो एक लौटे में एक ढक्कन गंगाजल डालकर उस लौटे में अन्य शुद्ध जल मिलाकर लौटा पूरा भर लें। इसके बाद उस जल से संपूर्ण घर में छिड़काव करें। इस जल के छिड़काव से घर की संपूर्ण नकारात्मक ऊर्जा समाप्त हो जाएगी।

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