महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में इस वर्ष 618 किसानों ने की आत्महत्या

Webdunia
बुधवार, 12 सितम्बर 2018 (16:49 IST)
औरंगाबाद (महाराष्ट्र)। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में इस वर्ष एक जनवरी से नौ सितंबर तक फसल की बर्बादी और कर्ज से परेशान 618 किसानों ने आत्महत्या कर ली।


मंडलायुक्त के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, सूखा प्रभावित बीड जिले में सबसे अधिक 125 किसानों ने आत्महत्या की। सबसे कम हिंगोली जिले में 42 किसानों ने खुदकुशी की है। उस्मानाबाद जिले में 100, औरंगाबाद में 87, परभणी में 85 तथा नांदेड और जालना जिले में 62-62 किसानों ने आत्महत्या की।

आत्महत्या के पीछे कर्ज, बारिश की कमी और फसल के खराब होने के साथ ही अन्य कारण बताए गए हैं। कुल 618 आत्महत्या के मामलों में 368 को सरकारी सहायता के योग्य पाया गया है, जबकि 166 मामलों को जांच के बाद खारिज कर दिया गया। 84 मामले अभी जांच के लिए लंबित हैं।

मराठवाड़ा में बारिश की कमी के कारण सूखे जैसी स्थिति है। इस महीने के अंत तक मानसून लगभग समाप्त हो जाएगा और वहां अब तक 39 प्रतिशत बारिश कम हुई है। क्षेत्र की कई सिंचाई परियोजनाओं में औसतन 34 प्रतिशत जल बचा है। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Aadhaar Card की नहीं पड़ेगी जरूरत, QR से मिलेगी डिटेल, क्या है Aadhaar Authentication App जुड़े सवालों के जवाब

कहां गई 56 इंच की छाती, Waqf law संविधान विरोधी, अहमदाबाद अधिवेशन में राहुल गांधी की चेतावनी- देश में आने वाला है आर्थिक तूफान

Tariff War : चीन ने अमेरिका पर लगाया 84% टैरिफ; ट्रंप को दे दी खुली चेतावनी- झुकेंगे नहीं

मोदी के गढ़ गुजरात से राहुल गांधी की जाति जनगणना की हुंकार, OBC वोटर्स को साधने की कवायद

क्या अमेरिका के जाल में फंस रहा है भारत, अर्थशास्त्री की चेतावनी - न बने चीन का मोहरा

सभी देखें

नवीनतम

J&K में आतंकवाद को लेकर CM उमर अब्दुल्ला ने दिया यह बयान

भारत ने म्यांमार को कितनी राहत सहायता भेजी, रणधीर जायसवाल ने दिया यह बयान

Weather Update : देश में 26 स्थानों पर पारा 43 डिग्री के पार, लू को लेकर IMD ने जताया यह अनुमान

कांग्रेस के अहमदाबाद अधिवेशन से क्या निकला

अमेरिका-चीन में तेज हुआ ट्रेड वॉर, डोनाल्ड ट्रंप ने ड्रेगन पर लगाया 125% टैरिफ, 90 देशों को दी राहत

अगला लेख