केरल सरकार ने पशु बलि के कर्नाटक के डिप्टी सीएम शिवकुमार के दावे को किया खारिज

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 1 जून 2024 (12:44 IST)
तिरुवनंतपुरम। केरल सरकार ने शनिवार को कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार के उस दावे को खारिज कर दिया जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि उत्तरी केरल में एक मंदिर के पास उनके (शिवकुमार), मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और कांग्रेस सरकार को लक्ष्य करके पशु बलि दी गई थी।
 
केरल के देवस्वोम मंत्री के राधाकृष्णन ने कहा कि शिवकुमार ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और कांग्रेस सरकार और खुद उनके (शिवकुमार) को लक्ष्य करके राज्य के कन्नूर जिले के तालीपरम्बा में राजराजेश्वर मंदिर के पास पशु की बलि दिए जाने का बड़ा आरोप लगाया है।

ALSO READ: हिमालय की बर्फीली चोटी पर स्थित विश्व के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र में चाक चौबंद तैयारी
 
मंत्री ने कहा कि हमने दावे की जांच की और मालाबार देवस्वोम बोर्ड से भी संपर्क किया। हमें जो प्रारंभिक रिपोर्ट मिली है उसके अनुसार मंदिर में या उसके आसपास ऐसा कुछ नहीं हुआ है। देवस्वोम बोर्ड ने भी इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि शिवकुमार ने ऐसा आरोप क्यों लगाया?

ALSO READ: पीएम मोदी के ध्यान का तीसरा दिन, सूर्य को दिया अर्घ्य, जपी माला
 
राधाकृष्णन ने यह भी कहा कि सरकार इस बात की जांच कर रही है कि क्या कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री द्वारा लगाए गए आरोपों जैसा कुछ केरल में कहीं और हुआ है, लेकिन शुरुआती जांच के अनुसार राज्य में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि 1968 से ही पशु बलि पर कानूनी प्रतिबंध है और इसलिए केरल में ऐसा होना संभव नहीं है। संबंधित मंदिर की प्रबंध समिति ने शुक्रवार को शिवकुमार के आरोपों का खंडन किया था और उनके दावों को 100 फीसदी झूठा करार दिया था।

ALSO READ: हिमाचल में वोटिंग को उत्साह, ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ वोट डालने पहुंचीं महिला
 
विशेष शाखा ने राज्य पुलिस प्रमुख को एक रिपोर्ट भी दी है जिसमें कहा गया है कि केरल में किसी मंदिर के पास किसी पशु की बलि दिए जाने का कोई सबूत नहीं है। शिवकुमार ने गुरुवार को दावा किया था कि उन पर (शिवकुमार), सिद्धरमैया और कर्नाटक की कांग्रेस सरकार को लक्ष्य करके केरल के एक मंदिर में 'शत्रु भैरवी यज्ञ' नाम का एक अनुष्ठान किया गया जिसमें जानवरों की बलि दी जाती है। किसी के नाम का खुलासा किए बिना उन्होंने आरोप लगाया था कि कर्नाटक में कुछ राजनीतिक लोग ऐसा अनुष्ठान करवाए और इसके लिए अघोरियों से सलाह ली जा रही थी।(भाषा)
 
Edited by: Ravindra Gupta

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

नोटबंदी, छापा, सिविल वॉर, फिर पेपरलीक, Rahul Gandhi ने बताए 7 डर

सड़क धंसी और 19 जगह गड्‍ढे, जानिए बदसूरत हुए रामपथ की असली कहानी

Rahul Gandhi : मेरे आगे तनते हैं, नरेंद्र मोदी के सामने झुकते हैं, ओम बिरला ने राहुल गांधी के सवाल का दिया जवाब

MP में CM और मंत्रियों के साथ स्पीकर और नेता प्रतिपक्ष खुद भरेंगे इनकम टैक्स, गौवंश परिवहन व ट्यूबवेल खुला छोड़ने वालों पर होगी कार्रवाई

RBI को 2000 के कितने नोट वापस मिले, कितने अब भी लोगों के पास

सभी देखें

नवीनतम

राहुल गांधी बोले, मोदी की दुनिया में सच्चाई को मिटाया जा सकता है, हकीकत में नहीं

दिवंगत अग्निवीर के परिजन बोले, सरकार से 1.08 करोड़ रुपए की सहायता मिली

Live : संसद में अखिलेश यादव ने बताया, क्यों लीक हो रहे हैं पेपर?

इलाहाबाद हाईकोर्ट की तल्ख टिप्पणी, धर्मांतरण जारी रहा तो बहुसंख्यक आबादी अल्पसंख्यक हो जाएगी

अडाणी मामले में एक्शन में सेबी, हिंडनबर्ग को भेजा कारण बताओ नोटिस

अगला लेख
More