नीतीश ने नए मंत्रियों को बांटे विभाग, पुराने मंत्रियों के विभाग भी बदले

Webdunia
रविवार, 2 जून 2019 (16:27 IST)
पटना। बिहार के नीतीश मंत्रिमंडल के पहले विस्तार में जगह पाने वाले 8 नए मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया है और साथ ही कुछ पुराने मंत्रियों के विभाग में भी फेरबदल किए गए हैं।
 
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह पर राज्यपाल लालजी टंडन ने मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया है और कुछ मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किए हैं। नए मंत्री श्याम रजक को उद्योग विभाग और नरेंद्र नारायण यादव को लघु जल संसाधान तथा विधि विभाग की जिम्मेवारी सौंपी गई है।
 
इसी तरह डॉ. अशोक चौधरी को भवन निर्माण विभाग, बीमा भारती को गन्ना उद्योग विभाग, संजय कुमार झा को जल संसाधन विभाग, रामसेवक सिंह को समाज कल्याण विभाग, नीरज कुमार को सूचना एवं जनसंपर्क विभाग और लक्ष्मेश्वर राय को आपदा प्रबंधन विभाग आवंटित किया गया है।
 
वहीं पुराने मंत्रियों में जय कुमार सिंह को विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, महेश्वर हजारी को योजना एवं विकास विभाग, प्रमोद कुमार को कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, बिनोद कुमार सिंह को पिछड़ा वर्ग एवं अतिपिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, कृष्ण कुमार ऋषि को पर्यटन विभाग एवं ब्रजकिशोर बिंद को खान एवं भूतत्व विभाग आवंटित किया गया है।
 
इनके अलावा कृषि मंत्री डॉ. प्रेम कुमार को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग का अतिरिक्त प्रभार भी सौंपा गया है। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

कौन थे रजाकार, कैसे सरदार पटेल ने भैरनपल्ली नरसंहार के बाद Operation polo से किया हैदराबाद को भारत में शामिल?

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में बंजारुमाले गांव में हुआ 100 प्रतिशत मतदान

धीरेंद्र शास्‍त्री के भाई ने फिर किया हंगामा, टोल कर्मचारियों को पीटा

प्रवेश द्वार पर बम है, जयपुर हवाई अड्‍डे को उड़ाने की धमकी

दिल्ली में देशी Spider Man और उसकी Girlfriend का पुलिस ने काटा चालान, बाइक पर झाड़ रहा था होशियारी

बहू को हुआ सास से प्‍यार, पति के साथ नहीं सोने देती है, सास हुई परेशान

UP के डिप्टी सीएम मौर्य बोले, एक और पाकिस्तान बनाने का जहर बो रही है कांग्रेस

धनंजय सिंह को मिली इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत, नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

कौन है जेल से 20 दिन की पैरोल पर बाहर आया फलाहारी बाबा, क्‍या था मामला?

कांग्रेस का दावा, 2जी स्पेक्ट्रम मामले में दिखा भाजपा का पाखंड

अगला लेख