पुणे में सॉफ्टवेयर इंजीनियर गिरफ्तार, विमान में बम होने की उड़ाई अफवाह

Webdunia
शनिवार, 9 अक्टूबर 2021 (01:13 IST)
पुणे। महाराष्ट्र के पुणे में शुक्रवार को 28 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर को उड़ान अधिकारियों के साथ झगड़े के बाद यह दावा करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया कि पुणे-रांची उड़ान में बम रखा है। हालांकि उसका दावा झूठा निकला, लेकिन इससे अधिकारियों में हड़कंप मच गया और उड़ान में 3 घंटे की देरी हुई।

विमंतल थाने के वरिष्ठ निरीक्षक भरत जाधव ने बताया कि बाद में आरोपी रुशिकेश सावंत को गिरफ्तार कर लिया गया। सावंत रांची जाने के लिए शुक्रवार सुबह अपनी पत्नी के साथ पुणे हवाई अड्डे पर पहुंचा था।

जाधव ने कहा, उसे (सावंत) 16 अक्टूबर को वापस लौटना था। भारतीय वायुसेना यहां हवाई अड्डे के रनवे की मरम्मत का काम कर रही है, इसलिए इसका संचालन 16 से 29 अक्टूबर तक बंद रहने वाला है। ऐसे में आरोपी चाहता था कि वापसी की यात्रा को 15 अक्टूबर को निर्धारित किया जाए।

पुलिस अधिकारी ने कहा, एयरलाइन अधिकारियों ने उसे बताया कि उसके टिकट का समय बदल दिया गया है, लेकिन तारीख में बदलाव वापसी यात्रा से तीन दिन पहले दिखाई देगा।

जाधव ने कहा, आरोपी ने दावा किया कि उसने कल रात विमान में एक बम रखा होने का सपना देखा था। अधिकारियों ने विमान को रास्ते से हटा दिया और हमें बुलाया। हमने पूरी तरह से तलाशी ली और कुछ नहीं मिला, लेकिन उड़ान में तीन घंटे की देरी हुई। उन्होंने कहा कि सावंत के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 509 और 505 के तहत मामला दर्ज किया गया है।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

CM धामी ने बदले 18 स्थानों के नाम, औरंगजेबपुर हुआ शिवाजी नगर

कौन हैं निधि तिवारी, बनीं पीएम मोदी की Personal Secretary?

जानिए कौन हैं घिबली' आर्ट की शुरुआत करने वाले हयाओ मियाजाकी, कितनी संपत्ति के हैं मालिक

सावधान! अप्रैल-जून में पड़ेगी सामान्य से ज्यादा गर्मी, लू से होगा सामना

1 अप्रैल की रात से बैंकिंग से लेकर यूपीआई तक बदल रहे हैं ये नियम

सभी देखें

नवीनतम

MP : अहमदाबाद-बरौनी एक्सप्रेस के डिब्बे में लगी आग, यात्रियों में मचा हड़कंप, कोई हताहत नहीं

बंगाल में गैस सिलेंडर विस्फोट, 4 बच्चों समेत 7 लोगों की मौत

साइबर अपराधियों ने ओडिशा के पूर्व IT मंत्री से ठगे 1.4 करोड़

Chhattisgarh : बीजापुर में 13 माओवादी गिरफ्तार, बारूदी सुरंग विस्फोट में थे शामिल

जल संवर्धन के साथ उसका संरक्षण आज की महती आवश्यकता : मोहन यादव

अगला लेख