NATO का दावा, यूक्रेन में 29 दिन में 15000 रूसी सैनिक मारे गए

Webdunia
गुरुवार, 24 मार्च 2022 (11:58 IST)
कीव। उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (NATO) ने बुधवार को दावा किया कि यूक्रेन में पिछले चार हफ्ते से जारी लड़ाई में 7000 से 15000 रूसी सैनिक मारे गए हैं। तुलनात्मक दृष्टि से रूस ने अफगानिस्तान में 10 वर्षों में करीब 15000 सैनिक गंवाए थे।
 
नाटो के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि गठबंधन का यह आकलन यूक्रेन के अधिकारियों से मिली जानकारी तथा खुले स्रोतों से जुटाई गई खुफिया सूचनाओं पर आधारित है जिसे रूस ने जानबूझकर जारी किया या नहीं किया। अधिकारी ने नाटो द्वारा तय नियमों के तहत अपनी पहचान नहीं बताने की शर्त पर यह जानकारी दी।
 
यूक्रेन ने अपने सैन्य नुकसान के बारे में बहुत कम सूचना जारी की है और पश्चिमी देशों ने भी कोई आकलन नहीं दिया। बहरहाल, दो सप्ताह पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा था कि उनके करीब 1300 सैनिक युद्ध में मारे गए हैं।

ALSO READ: UNSC में रूस की बड़ी हार, भारत समेत 13 देशों ने नहीं किया मतदान
रूस ने 24 फरवरी को यू्क्रेन पर अपनी सैन्य कार्रवाई शुरू की थी और इस बुधवार को लड़ाई के चार हफ्ते हो गए। दूसरे विश्व युद्ध के बाद से यह सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई है।
 
इस बीच जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों से एकजुट रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि रूस अपने हितों की पैरवी कराने के लिए कुछ भागीदारों को अपने पक्ष में लाने के प्रयास कर रहा है।
 
बीती रात राष्ट्र के नाम वीडियो संबोधन में भावुक होते हुए जेलेंस्की ने कहा, 'हम देखेंगे कि कौन मित्र है, कौन साझीदार है और कौन बिक गया है और किसने हमें धोखा दिया है।'
 
जेलेंस्की ने कहा, 'हमें मिलकर, रूस को नाटो, यूरोपीय संघ या जी-7 में से किसी भी सदस्य देश को युद्ध के समर्थन में लाने से रोकना होगा।'
उन्होंने कहा कि यूक्रेन के आसमान को अब भी रूसी विमानों तथा मिसाइलों के लिए बंद नहीं किया गया है और यूक्रेन को लड़ाकू विमान या आधुनिक वायु-रक्षा प्रणाली नहीं मिली है, जिसका उसने अनुरोध किया था। उन्होंने कहा कि यूक्रेन को भी टैंक और ‘युद्धपोत-रोधी प्रणाली’ की जरूरत है।
 
उन्होंने कहा कि वे एक महीने से खुद को तबाह होने से बचाने की कोशिश कर रहे हैं। हम दुश्मन के अनुमान से छह गुना अधिक समय तक टिके रहे हैं, लेकिन रूसी सैनिक हमारे शहरों को नष्ट कर रहे हैं, अंधाधुंध नागरिकों को मार रहे हैं, महिलाओं के साथ बलात्कार कर रहे हैं, बच्चों का अपहरण कर रहे हैं, शरणार्थियों को गोली मार रहे हैं, सहायता केन्द्रों पर कब्जा कर रहे हैं और लूटपाट कर रहे हैं।

सम्बंधित जानकारी

stampede : बेंगलुरु में भगदड़ की घटना में 11 की मौत, PM मोदी ने जताया दुख, खरगे बोले- हादसा दुर्भाग्यपूर्ण

क्या आपका 500 रुपए का नोट नकली तो नहीं? इस तरह पहचानें Fake currency

Stampede : चिन्नास्वामी स्टेडियम में अंदर RCB का जश्न, बाहर लोगों की भगदड़, फोटो खिंचवाने में लगे थे कांग्रेस नेता, BJP ने लगाया आरोप

यादव के बेटे तेज प्रताप के 'जयचंद' जिक्र का क्या है मतलब, जानें क्यों गद्दारों को कहा जाता है 'जयचंद'

राहुल गांधी का लंगड़े घोड़े वाला बयान कमलनाथ, दिग्विजय की सियासत से रिटायरमेंट का संकेत?

एशियाई बाजारों के मजबूत रुख से Sensex और Nifty में शुरुआती कारोबार में आई तेजी

डोनाल्ड ट्रंप ने 12 मुस्लिम देशों के लोगों की अमेरिका में एंट्री पर लगाया बैन, जानें कौन कौन से हैं देश

बिहार की राजनीति के लिए कितना अहम है तेजप्रताप का प्रेम

Weather Update: भारी बारिश और बाढ़ से पूर्वोत्तर भारत परेशान, इन राज्यों में गर्मी का प्रकोप

ड्रोन अटैक के बाद ट्रंप से बोले पुतिन, यूक्रेनी हमले का जवाब देगा रूस

अगला लेख