नई दिल्ली:भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 23 जुलाई से होने वाले टोक्यो ओलम्पिक (आईओए) के लिए भारतीय दल को अपना समर्थन देने का फैसला किया है। बीसीसीआई की सर्वोच्च परिषद की आठवीं बैठक में कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए गए।
बीसीसीआई ने फैसला किया किया कि वह भारतीय खिलाड़ियों को जिस रूप में भी होगा अपना समर्थन देगा। आईओए और खेल मंत्रालय से प्राप्त आग्रह के आधार पर बीसीसीआई ने भारतीय ओलम्पिक संघ को अपना समर्थन देने का फैसला किया और इसके लिए वह आईओए को 10 करोड़ रुपये देगा।
बीसीसीआई ने ओलम्पिक में हिस्सा लेने जा रहे भारतीय खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं दी हैं और उम्मीद जताई है कि वे इस बार पहले के मुकाबले ज्यादा पदक जीतकर लौटेंगे।
बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेटरों के मुआवजे के लिए समिति गठित करने का फैसला किया है। सर्वोच्च परिषद ने एक समिति गठित करने का फैसला किया जो सत्र 2020 और 2021 के घरेलू सत्र के लिए भारतीय घरेलू क्रिकेटरों के लिए मुआवजे के मुद्दे को देखेगी। सर्वोच्च परिषद ने बीसीसीआई के पदाधिकारियों को अधिकृत किया है कि वे समिति गठित करें जो जितना जल्द हो सके घरेलू क्रिकेटरों के लिए उपयुक्त मुआवजे की व्यवस्था तलाश सके।
एथलेटिक्स के अलावा बॉक्सिंग, फेंसिंग, शूटिंग, टेबल टेनिस, कुश्ती, बैडमिंटन, इक्वेस्टेरियन में भी भारतीय खिलाड़ी ओलंपिक में शिरकत करते हुए दिखेंगे।
हाल ही में कोविड प्रोटॉकोल के कारण भारत टोक्यो ओलंपिक 2020 के लिए टीमों और खिलाड़ियों की भागीदारी की चौबीसों घंटे समीक्षा की जा रही है। मंत्रालय ने एथलीटों के बेहतर प्रदर्शन के लिए अधिकतम अतिरिक्त सहायक स्टाफ जैसे कोच, डॉक्टर, फिजियोथेरेपिस्ट की प्रतिनियुक्ति करने का निर्णय लिया है। किसी भी प्रोटोकॉल की आवश्यकता होने पर ही एथलीटों, कोचों और सपोर्ट स्टाफ के अलावा किसी भी अन्य व्यक्ति को दौरे पर भेजा जाएगा।टोक्यो ओलंपिक के लिए मंत्रिस्तरीय कोई भी प्रतिनिधिमंडल नहीं भेजा जाएगा।(वार्ता)