हरियाली अमावस्या विशेष : इन 5 मीठे व्यंजनों के भोग से प्रसन्न होंगे भगवान शिव, नोट करें रेसिपी

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Shiv jee bhog
 
Hariyali Amavasya Prasad हरियाली अमावस्या सावन में महीने में आने वाला एक खास त्योहार है। इस दिन देवी-देवताओं को कई तरह के भोग लगाकर प्रसन्न किया जाता है। इन दिनों खासकर शिव जी की उपासना में सभी लीन रहते हैं। अगर आप भी सभी देवी-देवताओं तथा अपने पितरों के साथ भगवान शिव जी प्रसन्न करके उनसे वरदान पाना चाहते हैं तो श्रावणी अमावस्या के दिन उन्हें इन मिठाई व्यंजनों का भोग अवश्य अर्पित करें। जानिए यहां 5 खास तरह की मीठी डिशेज बनाने की सरल विधियां-Amavasya Bhog 
 
1. malpua recipe : शाही मालपुआ 
 
सामग्री : 1 कप मैदा छना हुआ, 1 कप दूध, 1 चम्मच सौंफ, डेढ़ कप शक्कर, 1 चम्मच नीबू रस, घी (तलने और मोयन के लिए), डेकोरेशन के लिए मेवे की कतरन, 1 चम्मच इलायची पावडर।
 
विधि : पहले मैदे में दो बड़े चम्मच घी का मोयन डालें, तत्पश्चात दूध और सौंफ मिलाएं और घोल तैयार कर लें। एक मोटे पेंदे के अलग बर्तन में शक्कर, नीबू रस और तीन-चौथाई कप पानी डालकर चाशनी तैयार कर लें। एक कड़ाही में घी गर्म करके एक बड़े चम्मच से घोल डालते जाएं और करारा फ्राय होने तक तल लें। फिर चाशनी में डुबोएं और एक अलग बर्तन में रखते जाएं। 
 
इस तरह सभी मालपुए तैयार कर लें और ऊपर से मेवे की कतरन और इलायची बुरका कर अमावस्या पर शंकर जी को मालपूए का भोग लगाएं।

2. शाही केसरी खीर-Chawal ki Kheer
 
सामग्री : ढाई लीटर दूध, दो मुट्ठी बासमती चावल, पाव कटोरी मेवे (बादाम, पिस्ता व काजू) की कतरन, चार बड़े चम्मच शकर, आधा चम्मच पिसी इलायची, कुछेक लच्छे केसर दूध में भीगे हुए।
 
विधि : चावल की खीर बनाने से एक-दो घंटे पूर्व चावल धोकर पानी में गला दें। दूध को मोटे तले वाले बर्तन में डालकर गैस पर चढ़ा दें। चार-पांच उबाल लें। पूरा पानी निथार कर चावल को दूध में डाल दें। बीच-बीच में चलाती रहें और गाढ़ा होने तक पकाएं। चावल पकने के बाद शकर डाल दें और शकर पिघलने तक लगातार चलाती रहें, बीच में छोड़े नहीं। 
 
अब इसमें मेवे की कतरन और पिसी इलायची डाल दें। अब केसर के लच्छे को अच्छे से मैश करके उबलते खीर में डाल दें। खीर अच्छी गाढ़ी होने के पश्चात गैस बंद कर दें। तैयार शाही केसरिया खीर से भोलेनाथ को भोग लगाएं और वरदान पाएं।

3. sabudana kheer : साबूदाना खीर
 
सामग्री : 1 लीटर फुल क्रीम दूध, 150 ग्राम शकर, 1/2 कप साबूदाना, 3-4 केसर के लच्छे, 1 चम्मच पिसी इलायची, 2 छोटे चम्मच कन्डेंस्ड मिल्क, 1/4 कटोरी काजू-पिस्ता, 1/4 कटोरी बादाम की कतरन।
 
विधि : साबूदाने की खीर (sabudana kheer) बनाने से एक-दो घंटे पूर्व साबूदाने को धोकर भीगो दें। अब एक बर्तन में दूध को गरम कर अच्छा उबलने दें। तत्पश्चात एक अलग कटोरी में एक छोटा चम्मच गरम दूध लेकर केसर गला दें। अब उबल रहे दूध में भीगा हुआ साबूदाना डाल दें और लगातार चलाते हुए धीमी आंच पर पकाएं। एक अलग कटोरी में कन्डेंस्ड मिल्क घोलकर दूध में मिला दें।
 
अब साबूदाने को तब तक पकाएं जब तक कि वह कांच जैसा चमकने न लगे। फिर शकर मिलाकर 5-7 उबाल आने तक पकाएं और आंच को बंद कर दें। ऊपर से कटे मेवे, केसर और इलायची पावडर डालकर अच्छी तरह मिलाएं। तैयार साबूदाने की लाजवाब खीर से शिव जी भोग लगाएं।

4. बेसन के लड्डू 
 
सामग्री : 1 कप मोटा बेसन, 2-3 बड़ा चम्मच घी, शकर बूरा एक कप, 1 चम्मच इलायची पाउडर, ड्रायफ्रूट्स की कतरन (अंदाज से), चांदी का वर्क (इच्छानुसार)।
 
विधि : सबसे पहले 1 कप मोटा बेसन छान लें और उसे कढ़ाई में या माइक्रोवेव में 2 मिनट माइक्रो करें। लगातार चलाते रहें। अब 2-3 चम्मच घी डालें व लगातार चलाएं, जब तक बेसन हल्का भूरा ना हो जाए। बीच में ध्यान रखें ताकि जले ना। इसे करीब 7-8 मिनट माइक्रो करें। 
 
अब बेसन बाहर निकाल कर ठंडा करें। घी तथा शकर आप कम या ज्यादा भी कर सकते हैं। अब शकर का बूरा, पीसी इलायची व ड्रायफ्रूट्स मिलाकर बीच-बीच में बॉउल में चम्मच चलाते रहें, जब ठंडा होने लगे तो इसके छोटे-छोटे बेसन के लड्डू बनाएं और भगवान को भोग लगाएं। 
 
नोट- लड्‍डू बनाते समय चांदी का वर्क अगर आप लगाना चाहे तो लगा सकती हैं। 
 
विशेष- माइक्रोवेव का उपयोग सिर्फ बेसन सेकने के लिए उपयोग करें। बाकी सारी विधि माइक्रोवेव से बाहर ही करें।

5. इमरती : Imarti recipe
 
सामग्री : 250 ग्राम छिल्केरहित उड़द की दाल, 50 ग्राम अरारोट, 500 ग्राम शकर, 1 चुटकी केसरिया पीला रंग खाने का, तलने के लिए घी, जलेबी बनाने वाला गोल छेद का रूमाल के बराबर मोटा कपड़ा। 
 
विधि : उड़द की दाल को धोकर 4-5 घंटे पानी में गलाइए। निथारकर मिक्सर में हल्का-सा पानी का छींटा देकर चिकना पीसिए। पिसी हुई दाल में पीला रंग और अरारोट मिलाकर खूब अच्छी तरह फेंटिए (थाली या परात में हथेली की सहायता से फेंटने में आसानी रहेगी)। अब शकर की डेढ़ तार की चाशनी बनाइए। एक समतल कड़ाही लेकर उसमें घी गर्म करें। 
 
जलेबी बनाने वाले कपड़े में फेंटी हुई दाल का थोड़ा घोल भरें। मुट्ठी से कपड़ा बंद कर तेज आंच पर गोल-गोल कंगूरेदार इमरती बनाकर कुरकुरी तलिए। झारे से निथारकर इन्हें चाशनी में डुबोकर निकाल लें। लीजिए घर पर बनी रसीली इमरती तैयार है। इस पकवान से भगवान भोग लगाएं। 


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