लखनऊ। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 का शंखनाद हो चुका है और सभी दल अपनी-अपनी जीत के लिए रणनीति बनाकर मैदान में उतर चुके हैं। वहीं बाहुबली अतीक अहमद समेत उनके पूरे परिवार ने औवेसी की पार्टी एआईएमआईएम का दामन थाम लिया और अपने राजनीतिक भविष्य को बचाने के साथ मैदान में उतरने की तैयारी भी शुरू कर दी।
सूत्रों की मानें तो बाहुबली अतीक अहमद ने औवेसी की पार्टी से विधानसभा चुनाव 2022 के लिए 10 सीटों की मांग की है और खुद बाहुबली अतीक अहमद ने कानपुर की कैंट से टिकट की मांग करते हुए चुनाव लड़ने की बात कही है। इसके बाद अन्य दलों में टेंशन बढ़ा दी है वही अतीक के एक करीबी ने बताया कि पूर्व सांसद कैंट सीट से चुनाव के मैदान में उतरेंगे।
बताया गया कि 2017 से पहले उन्होंने यहां पर समाजवादी पार्टी के लिए जमीन तैयार की, लेकिन अखिलेश यादव ने उनका टिकट काट दिया। अतीक की बनाई सियासी जमीन पर कांग्रेस के उम्मीदवार की जीत हुई थी। अतीक के समर्थक का कहना है कि 2022 में पूर्व सांसद की यहां से जीत सौ फीसदी पक्की है।
सपा ने काटा था टिकट : उत्तरप्रदेश में वर्ष 2004 के चुनाव में अतीक ने एसपी के टिकट पर जीत दर्ज की थी लेकिन वर्ष 2014 के चुनाव में उन्हें असफलता हाथ लगी। 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष रहे शिवपाल यादव ने अतीक अहमद को कानपुर की कैंट सीट से टिकट देकर चुनाव के मैदान में उतारा था। सैकड़ों चार पहिया काफिले के साथ अतीक कानपुर में दाखिल हुए। चुनाव के लिए जमीन तैयार की, लेकिन अखिलेश यादव ने पार्टी की बागडोर अपने हाथों में लेते हुए अतीक का टिकट काट दिया और कांग्रेस के सोहेल अंसारी का समर्थन कर उन्हें चुनाव जितवा दिया।