दिल्ली यूनिवर्सिटी के LGBT छात्र-छात्राओँ ने किए Lip Lock, Video हुआ वायरल

Webdunia
सोमवार, 6 जून 2022 (13:44 IST)
हाल ही में समलैंगिको का प्राइड मंथ दिल्ली यूनिवर्सिटी में भी मनाया गया और प्राइड मार्च भी निकाली गई। इसमें समलैंगिकों ने एक दूसरे का चुंबन लिया। लड़कियों ने खासकर इसमें खासे उत्साह के साथ भाग लिया। यह एक वीडियो को देखकर कहा जा सकता है जो पिछले कुछ दिनों में काफी वायरल हुआ है।  

जून का महीना कुछ लोगों के लिए बेहद खास महीना है या हम कह सकते हैं यह महीना एलजीबीटी के लिए खास होता है। हर साल जून माह को एक प्राइड मंथ के तौर पर सेलिब्रेट किया जाता है। पूरे महीने  जश्न का माहौल रहता है। धरती को इंद्रधनुष के रंगों से भर दिया जाता है। पूरे विश्व के साथ भारत में भी इस महीने को अब सेलिब्रेट किया जाता है। भारत में अभी इस प्राइड मंथ को अपनाने में काफी वक्त लगेगा। हालांकि सुप्रीम कोर्ट की ओर से इंडिया में समलैंगिकता पर लगी धारा 377 को साल 2019 में हटा दिया गया था।

भारत में प्राइड मार्च ?

भारत में भी अब प्राइड मंथ आयोजित किया जाता है। साल 2017 में प्राइड मार्च के दौरान करीब 17000 प्रतिभागी शामिल हुए थे। दिल्ल, मुंबई, बेंगलुरू, भुवनेश्वर, भोपाल, सूरत, हैदाराबाद, चंडीगढ़, ओडिशा, और देहरादून में प्राइड मंथ मनाया जाता है। मार्च परेड भी निकाला जाता है।

- बेंगलुरु में साल 2008 में बेंगलुरु नम्मा प्राइड मार्च दिल्ली में भी आयोजित किया गया था।
- भुवनेश्वर में 2009 में प्राइड परेड का आयोजन किया गया था।
- चेन्नई में साल 2009 में चेन्नई रेनबो प्राइड आयोजित किया गया था।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख