कोरोना पर अलर्ट : सर्दी-बुखार से पीड़ित बच्चों को स्कूल न भेजें अभिभावक, नई गाइडलाइन

विकास सिंह
गुरुवार, 5 मार्च 2020 (16:12 IST)
मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस को लेकर शिक्षा विभाग खास सतर्कता बरता रहा है। अब स्कूल शिक्षा विभाग ने कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए स्कूलों को आदेश दिया है कि सर्दी बुखार से पीड़ित बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जाए। स्कूल शिक्षा विभाग ने स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वह ऐसे बच्चों की पहचान करें, जिन्हें सर्दी,खासी और बुखार हो और ऐसे बच्चों और उनके अभिभावकों को बच्चों को घर में रखने की सलाह दें। 
 
शिक्षा विभाग ने कोरोना वायरस को लेकर गाइडलाइन जारी की है जिसमें कहा गया है कि ऐसे बच्चे जिनकी तबीयत खराब हो या सर्दी, जुकाम और खांसी से पीड़ित हो उनकी परीक्षा से अलग से ली जाए  या उनकी परीक्षा बाद में लेने के प्रबंध किए जाए। इसके साथ ही सर्दी जुकाम से पीड़ित बच्चे और शिक्षक मुंह पर मास्क लगाकर आए और अगर स्कूल आने से बचे।  
 
कोरोना वायरस से बचाव हेतु स्कूलों को निर्देश
 
1- छींकने, खांसने, टॉयलेट आदि के बाद एवं बीमार व्यक्ति से मिलने, खाना पकाने अथवा खाना खाने इत्यादि के पहले और बाद में साबुन और पानी से नियमित रुप से हाथ धोएं। 
 
2-  छींकते और खांसते समय नाक और मुंह को रुमाल, टिश्यू या कोहनी से ढंंककर रखें। 
 
3- खांसी, जुकाम या बुखार से पीड़ित व्यक्ति से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाए रखें। 
 
4- खांसी, जुकाम, बुखार या सांस लेने में तकलीफ की दशा में तत्काल चिकित्सक से संपर्क करें।
 
5- बुखार या सर्दी जुकाम की दशा में यात्राएं टालें।  
 
6-  बोर्ड परिक्षार्थियों को छोड़कर जो छात्र बुखार सर्दी खांसी जुकाम से पीड़ित हैं शिक्षक उनके माता-पिता से संपर्क कर स्वास्थ्य होने तक स्कूल न भेजने का अनुरोध करें।  यदि ऐसे बच्चे की परीक्षा चल रही हो तो भी उसे स्कूल नहीं आने दिया जाए। ऐसे सभी छात्रों के लिए परीक्षा की वैकल्पिक व्यवस्था की जाए।
 
7- सर्दी खांसी जुकाम से पीड़ित कोई विद्यार्थी 10 वीं या 12वीं की बोर्ड परीक्षा दे रहा है तो केंद्र अध्यक्ष यह तय करेंगे कि विद्यार्थी मास्क पहनें और अन्य सावधानी बरतें। 
 
8- परीक्षा कार्य में लगे किसी शिक्षक को सर्दी खांसी होती है तो वह मास्क पहनकर स्कूल आएं और  हैंड सैनेटाईजर का उपयोग करें। 
 
9- विद्यालय में पढ़ने वाले या परीक्षार्थी या उसके परिवार में या जहां व रहता है, किसी को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया जाता है तो प्राचार्य ये केंद्राध्यक्ष तत्काल अपने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को सूचित करें।
 
10- सर्दी, खांसी और जुकाम से पीड़ित शिक्षक एंव विद्यार्थियों को यह सुझाव दिया जाता है कि वह लापरवाही न बरते तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
 
स्कूलों में जागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश : कोरोना वायरस से प्रदेश के स्कूली बच्चों को सुरक्षित रखने स्कूल शिक्षा विभाग की प्रमुख सचिव रश्मि अरूण शमी ने प्रदेश के सभी कलेक्टर, जिला शिक्षा अधिकारी और जिला परियोजना समन्वय को पत्र लिखकर स्कूलों में विद्यार्थियों में कोरोना वायरस से संक्रमण को बचाव को लेकर जागरुकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश दिए है।

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