कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर बोले- कृषि कानूनों से कुछ समय के लिए हो सकती हैं परेशानियां...

Webdunia
रविवार, 13 दिसंबर 2020 (21:41 IST)
नई दिल्ली। केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने विपक्षी दलों पर नए कृषि कानूनों के बारे में दुष्प्रचार करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इन कानूनों से 'कुछ समय के लिए परेशानियां हो सकती हैं', लेकिन लंबे समय में ये किसानों के लिए फायदेमंद साबित होंगे।
ALSO READ: बंगाल में घमासान : ममता के मंत्री बोले- भाजपा चुनाव नहीं जीत पाई तो रच सकती है मुख्यमंत्री की हत्या की साजिश
गतिरोध खत्म करने के लिए 40 प्रदर्शनकारी किसान संघों के साथ चल रही वार्ता का नेतृत्व कर रहे तोमर कानूनों को समर्थन देने आए उत्तराखंड के 100 से अधिक किसानों के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित कर रहे थे। कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे भी बैठक में मौजूद थे।
ALSO READ: Farmers Protest: सोमवार सुबह 8 बजे से भूख हड़ताल पर बैठेंगे किसान नेता, सभी जिला हेडक्वार्टर पर देंगे धरना
तोमर ने प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए कहा कि जब जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिया, तब सरकार को विरोध का सामना करना पड़ा। इसी तरह नागरिकता कानून में स‍ंशोधन और राम मंदिर के मुद्दे पर भी विरोध किया गया। उन्होंने कहा कि 'जब कृषि सुधार लाए गए तो उस पर भी विरोध हुआ...कुछ लोग केवल विरोध करके देश को कमजोर करना चाहते हैं। यह उनकी आदत बन गई है।' तोमर ने कहा कि कृषि सेक्टर में सुधार के मुद्दे पर कई साल से चर्चा चल रही थी।
 
उन्होंने कहा कि दुर्भाग्यवश पिछली सरकारें जो सुधार चाहती थीं, वे नहीं ला सकीं। उन्होंने प्रयास नहीं किये इसलिए वे इसका श्रेय नहीं ले सकीं।' तोमर ने जोर देकर कहा कि नए भारत के लिए सुधार जरूरी हैं।
 
मंत्री ने कहा कि 'जो सुधार लाए गए हैं उनसे लंबे समय में किसानों को फायदा होगा। कुछ समय के लिये परेशानिया हो सकती हैं। हम जानते हैं कि बिना कठिनाइयों के कुछ हासिल नहीं किया जा सकता।'
ALSO READ: CM योगी आदित्‍यनाथ बोले, बहन-बेटियों से छेड़छाड़ करने वालों का होगा 'राम नाम सत्‍य'
तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कम समय के लिए नहीं बल्कि लंबे समय तक फायदा पहुंचाने वाले सुधार या योजनाएं ला रहे हैं। मंत्री ने कहा कि कोई भी अच्छी सरकार या अच्छा नेता वह होता है जो ऐसे कार्य करे, जिनसे न केवल वर्तमान में राष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित हो बल्कि अगले सौ साल तक देश प्रगति करे। तोमर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों की काफी समय से लंबित मांग को पूरा किया है।
 
उन्होंने कहा कि शेतकारी संगठन के शरद जोशी, पंजाब के भूपिंदर मान, राकांपा प्रमख शरद पवार जैसे किसान नेता इन मुद्दों पर बात करते रहे हैं। तोमर ने कहा कि कृषि वैज्ञानिक एम एस स्वामीनाथन ने भी इन मुद्दों को उठाया था।
ALSO READ: BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा कोरोनावायरस की चपेट में, ट्वीट में दी जानकारी
कृषि मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय किसान आयोग, योजना आयोग और नीति आयोग ने भी ऐसे मुद्दे उठाए, लेकिन पिछली सरकारों ने कुछ नहीं किया। उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह (पूर्व प्रधानमंत्री) ने कई बार कोशिशें कीं, लेकिन सफल नहीं हुए। आज जब इन्हें लागू कर दिया गया है तो दुष्प्रचार किया जा रहा है।' इस बीच तोमर ने किसानों के प्रदर्शन के दरमियान केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। नए कृषि कानूनों के लेकर केन्द्र सरकार और प्रदर्शनकारी किसानों के बीच गतिरोध बरकरार है।
 
किसान संघों का कहना है कि नए कानूनों से एमएसपी व्यवस्था खत्म हो जाएगी, जिसके तहत सरकारी एजेंसियां किसानों से तय दामों पर फसल खरीदती हैं।
 
केन्द्र ने बुधवार को किसानों को भेजे गए प्रस्ताव में कहा था कि वह लिखित आश्वासन देने को तैयार है कि एमएसपी व्यवस्था बरकरार रहेगी और किसानों की अन्य चिंताओं पर भी विचार किया जाएगा। हालांकि किसान संघ केन्द्रीय कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं और आंदोलन को तेज करने की चेतावनी भी दे चुके हैं। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Apache Attack Helicopter : 60 सेकंड में दुश्मनों के 128 मूविंग टार्गेट्स पर सटीक वार, भारतीय सेना को मिले 3 अपाचे हेलीकॉप्टर, जानिए खूबियां

अब कब होगा Vice President का चुनाव, क्‍या है पूरी प्रक्रिया और जानिए क्‍या है इस पद के लिए योग्‍यता?

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के इस्तीफे की आखिर क्या थी असली वजह?

उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से उठे कई सवाल, दबाव या स्वेच्छा?

खराब खाने, जाति सूचक शब्दों के प्रयोग के विरोध में 170 छात्रों ने किया अनोखा प्रदर्शन, प्रिंसिपल को हटाया

सभी देखें

नवीनतम

कावड़ यात्रा की आड़ में आस्था के नाम पर अश्लील डांस, वीडियो वायरल, भक्ति पर उठे सवाल

बिहार चुनाव से पहले SIR का क्यों है डर? जानिए चुनाव आयोग और विपक्ष का तर्क

खरगे का तीखा कटाक्ष, गरीबों को लूटकर अमीरों को लुटाना मोदी सरकार का मूल मंत्र

न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान बने झारखंड हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश, मुख्यमंत्री सोरेन ने बधाई दी

तीर्थाटन के क्षेत्र में उत्तराखंड के नए कीर्तिमान : धामी

अगला लेख