✕
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
लोकसभा चुनाव
समाचार
स्पेशल स्टोरीज
रोचक तथ्य
चर्चित लोकसभा क्षेत्र
लोकसभा चुनाव का इतिहास
भारत के प्रधानमंत्री
IPL 2024
IPL टीम प्रीव्यू
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
श्रीरामचरितमानस
धर्म संग्रह
काम की बात
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
शेड्यूल
श्रीराम शलाका
मध्यप्रदेश
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
लोकसभा चुनाव
IPL 2024
बॉलीवुड
धर्म-संसार
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
श्रीरामचरितमानस
धर्म संग्रह
काम की बात
क्रिकेट
श्रीराम शलाका
मध्यप्रदेश
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
कविता : धर्म संकट में ईश्वर
राकेशधर द्विवेदी
कुछ बकरे सुबह हरी-हरी मुलायम घास खा रहे हैं
वे नहीं जानते कि उनका जिबह किया जाएगा किसी ईश्वर को
खुश करने के वास्ते या दी जाएगी बलि
किसी महत्वाकांक्षा की पूर्ति के लिए
सदियों से प्रकृति के तमाम
जीव-जंतुओं की दी जाती रही बलि
मनुष्य की जीभ की तुष्टि के लिए या
ईश्वर को जनाने के वास्ते
और धीरे-धीरे मनुष्य होता गया
विकसित से अति विकसित
और ईश्वर द्वारा उत्पन्न प्रजातियां
हो रहीं समाप्ति के कगार पर
और सड़कों पर पूरी दुनिया में
छा गए मनुष्य और तमाम पशु-पक्षी
छुप गए जंगल स्वयं के बिलों में
अपनी प्रजाति की खैर मनाने
फिर तो मनुष्य पर हुआ किसी
अदृश्य से वायरस का आक्रमण और
शक्तिशाली मानव छिप गया अपने घरों में
मनुष्य ही नहीं ईश्वर ने भी कैद कर लिया
अपने पूजा स्थल इबादतगाह में
अपने भक्त जनों की भीड़ से बिल्कुल अलग
शायद वह नहीं सुनना चाहता अपने भक्तों की प्रार्थनाएं
बचपन में मां यह बताया करती थी
इस दुनिया में जो कुछ होता है
उसमें ईश्वर की मर्जी होती है
तो क्या ईश्वर अब नहीं स्वीकार करना चाहते
अपने भक्तों की प्रार्थनाएं
या वे धर्मसंकट में हैं कि कैसे स्वीकार करें
इनकी जीवन उद्धार की प्रार्थनाएं
जो स्वयं तमाम प्रजाति के जीवन बेल के संहारक
हां संहारक, संहारक।
वेबदुनिया पर पढ़ें
समाचार
बॉलीवुड
ज्योतिष
लाइफ स्टाइल
धर्म-संसार
महाभारत के किस्से
रामायण की कहानियां
रोचक और रोमांचक
सम्बंधित जानकारी
हिंदी कविता : प्रकृति धर्म
Hindi Poem : तुमसे मिलने के वो क्षण
Earth Day Poem 2020 : मैं और मेरी धरती
lock down poem : पथिकों की डगर को मखमली रखना
lockdown poem : हे ईश्वर! तुझे ही तो सब कुछ फिर से चमकाना है सूरज सा.
Show comments
सभी देखें
जरुर पढ़ें
ग्लोइंग स्किन के लिए चेहरे पर लगाएं चंदन और मुल्तानी मिट्टी का उबटन
वर्ल्ड लाफ्टर डे पर पढ़ें विद्वानों के 10 अनमोल कथन
गर्मियों की शानदार रेसिपी: कैसे बनाएं कैरी का खट्टा-मीठा पना, जानें 5 सेहत फायदे
वर्कआउट करते समय क्यों पीते रहना चाहिए पानी? जानें इसके फायदे
सिर्फ स्वाद ही नहीं सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है खाने में तड़का, आयुर्वेद में भी जानें इसका महत्व
सभी देखें
नवीनतम
इन विटामिन की कमी के कारण होती है पिज़्ज़ा पास्ता खाने की क्रेविंग
The 90's: मन की बगिया महकाने वाला यादों का सुनहरा सफर
सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है नारियल की मलाई, ऐसे करें डाइट में शामिल
गर्मियों में ये 2 तरह के रायते आपको रखेंगे सेहतमंद, जानें विधि
क्या आपका बच्चा भी चूसता है अंगूठा तो हो सकती है ये 3 समस्याएं
अगला लेख
निर्जला एकादशी 2020 : व्रत का सबसे अच्छा मुहूर्त क्या है, जानिए सरल पूजा विधि