इंदौर के विजयनगर स्थित उद्योगपति प्रवेश अग्रवाल के घर आज सुबह 4 बजे आग लग गई। इस हादसे में प्रवेश अग्रवाल की दम घुटने से मौत हो गई। इसके पहले वे अपनी दो बेटियों को बचाने में कामयाब हो गए। हालांकि इस हादसे में प्रवेश की पत्नी और दोनों बेटियां सौम्या व मायरा भी प्रभावित हुईं हैं। तीनों को सांस लेने में परेशानी के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना सुबह 4 बजे देवास नाका स्थित पेंट हाउस में आग लगने के बाद हुई। उद्योगपति प्रवेश अग्रवाल आग लगने के दौरान अपने परिवार के साथ कमरे में सो रहे थे। कमरे में धुआं भर जाने के कारण वे बाहर नहीं निकल पाए।
पत्नी श्वेता की हालत गंभीर : फायर ब्रिगेड के कर्मचारियों ने प्रवेश को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया, लेकिन तब तक उनकी मृत्यु हो चुकी थी। प्रवेश अग्रवाल ऑटोमोबाइल शोरूम के मालिक थे और जिले में उनके तीन से अधिक शोरूम हैं। पेंट हाउस महिंद्रा शोरूम के ऊपर स्थित था। इस हादसे में प्रवेश की पत्नी और बेटियां सौम्या व मायरा भी प्रभावित हुईं। तीनों को सांस लेने में परेशानी के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ताजा अपडेट के मुताबिक, पत्नी श्वेता की हालत गंभीर है। उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।
बेटी को बचाने गए थे : आग लगने के बाद कमरे से उन्होंने पत्नी और एक बेटी को बाहर निकाल दिया था। गार्ड उन्हें ले गए। फिर वे अपनी दूसरी बेटी को बचाने के लिए फिर कमरे में गए। इस दौरान बेटी को तो कमरे से बाहर निकाल दिया, लेकिन तब तक काफी धुआं प्रवेश की सांसों में भर चुका था।
विधानसभा सीट से की थी दावेदारी : शोरूम में तैनात गार्ड ने बताया कि आग सबसे पहले किचन वाले हिस्से में लगी थी। आग शार्ट सर्किट या पटाखों की वजह से लगी, इसकी जांच की जा रही है। प्रवेश अग्रवाल राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में भी सक्रिय थे। उन्होंने नर्मदा सेना की स्थापना की थी। उनके निधन से शहर में शोक की लहर फैल गई है। प्रवेश कांग्रेस पार्टी से जुड़े थे और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ के करीबी माने जाते थे। उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में देवास से टिकट मांगा था। इसके अलावा प्रवेश अपनी पत्नी के लिए नगर निगम चुनाव में मेयर का टिकट मांग चुके थे। उनके निधन पर कांग्रेस ने शोक जताया है।
Edited By: Navin Rangiyal