Shri Pitreshwar Hanuman Dham : इंदौर में अद्‍भुत नजारा, 7 किमी लंबी सड़क पर 10 लाख लोगों ने किया नगरभोज (देखें फोटो)

Webdunia
मंगलवार, 3 मार्च 2020 (23:03 IST)
यूं तो इंदौर जगह-जगह भंडारे होते रहते हैं, लेकिन मंगलवार के दिन अद्‍भुत नजारा था। पितृ पर्वत से 7 किमी लंबी सड़क पर बैठकर लाखों लोगों ने श्री पितरेश्वर हनुमानजी के प्रसाद को ग्रहण किया। देर रात तक हनुमानजी की प्रसादी का भंडारा चलता रहा। (फोटो : धर्मेंद्र सांगले)
इस नगर भोज में सड़क के एक तरफ बैठकर लोग अनुशासन के साथ महाप्रसादी को ग्रहण कर रहे थे। प्रसादी ग्रहण के साथ ही यातायात को व्यवस्थित रखने और सफाई का पूरा ध्यान रखा जा रहा था। 
श्री पितरेश्वर हनुमान धाम के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में 10 लाख लोगों के लिए नगर भोज मंगलवार शाम 4 बजे से शुरू हुआ।
हनुमान धाम, गांधीनगर और एयरपोर्ट के पास 3 मैदानों पर, बाकी जगह सड़क पर कुल 7 किमी की पंगत में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
महिला कार्यकर्ताओं ने भी अन्नपूर्णा के रूप में लोगों को प्रसादी वितरित की। नगर निगम के कर्मचारियों के साथ ही कार्यकर्ताओं ने भी सफाई का पूरा ध्यान रखा।
शुद्ध सामग्री से तैयार पुरी, रामभाजी और नुक्ती को लोगों ने प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। इसमें बच्चे, बुजुर्ग, युवा, महिला सभी शामिल थे।
महाप्रसादी के आयोजन से पहले मंत्रोच्चार और पूजा-पाठ हुआ। इसमें भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय भी शामिल हुए। 
हनुमान धाम, गांधीनगर और एयरपोर्ट के पास 3 मैदानों पर, बाकी जगह सड़क पर कुल 7 किमी की पंगत में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
 भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने श्रद्धालुओं को परोसगारी भी की और बीच-बीच में पूरी व्यवस्था का जायजा लिया। 
कैलाश विजयवर्गीय के सुपुत्र विधायक आकाश विजयवर्गीय ने भी पंगत में बैठे श्रद्धालुओं को परोसगारी की।
इस भव्य भोज के साथ ही पितृ पर्वत पर विराजे श्री पितरेश्वर हनुमानजी के 9 दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह का समापन हो गया। 
2002 में इंदौर के महापौर बनने के कैलाश विजयवर्गीय ने पितृ पर्वत (अब पितेश्वर हनुमान धाम) पर अपनों की याद में पौधे लगवाए थे। 
इसके बाद जब कैलाश विजयवर्गीय मंत्री बने तो उन्होंने पहली कसम यही खाई कि जब तक पितृ पर्वत पर हनुमानजी नहीं विराजेंगे तब तक वे अन्न ग्रहण नहीं करेंगे।
28 फरवरी को उन्होंने 'पितरेश्वर हनुमान धाम' में हनुमानजी की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद उन्होंने अपने गुरु शरणानंद के हाथों अन्न ग्रहण किया।
पितरेश्वर हनुमान धाम में 14 फरवरी से चल रहे आयोजन की 'पूर्णाहुति' 3 मार्च को अतिरुद्र महायज्ञ में 24 लाख आहुतियां पूरी होने के साथ हुई।
भगवान को भोग लगाया गया और फिर शुरू हुआ इंदौर शहर के 10 लाख लोगों के लिए 'नगर भोज'। इसमें परोसगारी में खुद विजयवर्गीय शामिल हुए।

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