बाल गीत : दादी का जन्मदिवस...

प्रभुदयाल श्रीवास्तव
आज जन्मदिन है दादी का,
धूम मची है सारे घर में,
बच्चों के गाने इक स्वर में।
 
रम्मी तबला बजा रही है,
पम्मी घर को सजा रही है।
 
झूम रहे हैं सब मस्ती में, 
सबको ज्वर है उन्मादी का।
 
हंसती हैं मुस्कातीं दादी,
सब पर प्यार लुटातीं दादी।
 
सत्तर पार हो गईं फिर भी, 
हैं गुलाब-सी पुलकित ताजी।
 
बच्चों ने भी घेर लिया है, 
उन्हें सजाया शहजादी-सा।
 
केक कटा है जन्मदिवस का,
देखो दादीजी का ठसका।
 
केक काटकर बांट रही हैं,
हंसती-हंसती डांट रही हैं।
 
कहतीं आज दिवस फिर आया, 
धूम-धड़क्का आजादी का।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

चैत्र नवरात्रि 2025: नवरात्रि में कम करना चाहते हैं वजन, तो भूलकर भी ना खाएं ये 6 चीजें

गुड़ी पड़वा पर क्यों खाई जाती है कड़वी नीम और गुड़, जानिए सेहत को मिलते हैं क्या फायदे

डायबिटीज-कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकते हैं नवरात्रि व्रत में खाए जाने वाले ये 7 सुपर फूड, सेहत को मिलते हैं अनगिनत फायदे

Chaitra navratri diet: नवरात्रि में कैसे रखें अपनी सेहत का ख्याल? जानें सही डाइट टिप्स

चैत्र नवरात्रि में घर के वास्तु दोष दूर करने के लिए करिए ये सरल उपाय, मां दुर्गा की बरसेगी कृपा

सभी देखें

नवीनतम

अप्रैल फूल डे 2025 से जुड़े 20 अनोखे और मजेदार फैक्ट्स जो आपको हैरान कर देंगे

अप्रैल फूल 2025: दोस्तों और परिवार को हंसाने के लिए आजमाएं ये शानदार व्हाट्सएप प्रैंक और मजेदार चुटकुले, जानिए अप्रैल फूल डे का इतिहास

ईद उल-फ़ित्र पर क्या-क्या बनाएं, जानें ईद उल फितर के पकवानों की सूची

नागपुर हिंसा के पीछे की सोच को समझना होगा

अगला लेख