मजेदार बाल गीत : नानी आज अकेली है...

प्रभुदयाल श्रीवास्तव
Kids Poem
 
क्यों अब बनी पहेली है।
नानी आज अकेली है।
 
बात नहीं अब करता कोई,
घर में नाना-नानी से,
गुड़िया रानी को अब मतलब,
रहता नहीं कहानी से।
बचपन में नाना की गोदी,
में हर दिन जो खेली है।
 
गर्मी की छुट्टी में नाती,
नातिन घर में आए हैं।
लेकिन मोबाइल में दोनों,
बैठे आंख गड़ाए हैं।
मोबाइल से ही करते हैं,
पल-पल वे अठखेली है।
 
दादा-दादी भी तो शायद,
घर में निपट अकेले हैं।
घर के सोफे बिस्तर सब पर 
मोबाइल के मेले हैं।
पता नहीं खुशियों की चादर,
वापस किसने ले ली है।
 
ऐसा कुछ क्या हुआ चमन में,
फूल नहीं अब मुस्काते।
कर दी बंद महक फैलाना,
सब सुगंध खुद पी जाते।
यही अराजकता किस कारण,
दुनिया भर में फैली है।

(वेबदुनिया पर दिए किसी भी कंटेट के प्रकाशन के लिए लेखक/वेबदुनिया की अनुमति/स्वीकृति आवश्यक है, इसके बिना रचनाओं/लेखों का उपयोग वर्जित है...)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

गर्भवती महिलाओं को क्यों नहीं खाना चाहिए बैंगन? जानिए क्या कहता है आयुर्वेद

हल्दी वाला दूध या इसका पानी, क्या पीना है ज्यादा फायदेमंद?

ज़रा में फूल जाती है सांस? डाइट में शामिल ये 5 हेल्दी फूड

गर्मियों में तरबूज या खरबूजा क्या खाना है ज्यादा फायदेमंद?

पीरियड्स से 1 हफ्ते पहले डाइट में शामिल करें ये हेल्दी फूड, मुश्किल दिनों से मिलेगी राहत

मेडिटेशन करते समय भटकता है ध्यान? इन 9 टिप्स की मदद से करें फोकस

इन 5 Exercise Myths को जॉन अब्राहम भी मानते हैं गलत

क्या आपका बच्चा भी हकलाता है? तो ट्राई करें ये 7 टिप्स

जर्मन मीडिया को भारतीय मुसलमान प्रिय हैं, जर्मन मुसलमान अप्रिय

Metamorphosis: फ्रांत्स काफ़्का पूरा नाम है, लेकिन मुझे काफ़्का ही पूरा लगता है.

अगला लेख