पाक सेना की गोलाबारी में दो नागरिक मरे, जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने तबाह की कई चौकियां

सुरेश एस डुग्गर
मंगलवार, 3 दिसंबर 2019 (20:15 IST)
जम्मू। पाक सेना ने एलओसी पर पुंछ सेक्टर में भीषण गोलाबारी की तो दो नागरिकों की मौत हो गई तथा दर्जनों जख्मी हो गए। तो जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने उस पार त्राहि त्राहि मचा दी है।
 
पुंछ में एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन करते हुए पाकिस्तानी सैनिकों ने शाहपुर, कस्बा, केरनी, वनपत और टोगरी सेक्टर में भारतीय चौकियों के साथ-साथ रिहायशी इलाकों को निशाना बनाते हुए गोले दागे। पहले तो पाकिस्तानी सैनिकों ने हल्के हथियारों का इस्तेमाल किया परंतु जब भारतीय जवानों ने भी जवाब कार्रवाई की तो पाक सैनिकों ने रिहायशी इलाकों को निशाना बनाते हुए मोर्टार दागना शुरू कर दिए।

ALSO READ: भारतीय क्षेत्र में घुस गया था चीनी जहाज, नौसेना ने वापस लौटाया
अचानक से की गई इस गोलाबारी में एक महिला समेत दो की मौत हो गई, जबकि 17 लोग घायल हो गए। मृतकों की पहचान 16 वर्षीय शोएब अहमद, जबकि महिला की पहचान 35 वर्षीय गुलनाज अख्तर पत्नी तारिक हुसैन के रूप में हुई है। इसके अलावा सात लोग घायल भी हुए हैं जिन्हें पुंछ के सुखदेव सिंह अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
 
सैन्य सूत्रों का कहना है कि आज की गई गोलाबारी के जवाब में भारतीय जवानों ने भी पाकिस्तान में काफी तबाही की है। हालांकि, सैन्य सूत्रों ने अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है। परंतु कहा जा रहा है कि जवाबी कार्रवाई में भारतीय जवानों ने भी पाकिस्तान की कई चौकियों को तबाह किया है।

ALSO READ: LOC पर गोले बरसा रहा पाकिस्तान, भारतीय जवान दे रहे मुंहतोड़ जवा‍ब
मंगलवार दोपहर 2.30 बजे के करीब अचानक से गोलाबारी का सिलसिला शुरू हुआ। पाकिस्तानी सैनिकों ने हर बार की तरह पहले तो हल्के हथियारों का इस्तेमाल किया और उसके बाद रिहायशी इलाकों पर भी मोर्टार दागना शुरू कर दिए। एक महिला जो अपने बच्चे को स्कूल लेने के लिए जा रही थी, गोलाबारी की चपेट में आ गई। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गई। इसी बीच एक अन्य मोर्टार मकान की छत फाड़ता हुआ कमरे में भीतर फटा जिसमें आठ के करीब लोग घायल हो गए।
 
सभी घायलों को तुरंत जिला पुंछ के सुखदेव सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया है। महिला सहित एक अन्य युवक ने जख्मों का ताव न सहते हुए दम तोड़ दिया, जबकि अन्य घायलों का इलाज चल रहा है। मृतकों की पहचान 16 वर्षीय शोएब अहमद, जबकि महिला की पहचान 35 वर्षीय गुलनाज अख्तर पत्नी तारिक हुसैन के रूप में हुई है। घायलों की पहचान शैन अख्तर पत्नी गुलजार निवासी मंझाकोट, मुनीर हुसैन, शोहेब अहमद, मोहम्मद अयूब, रेहान अहमद, नजीर हुसैन और फातिमा बी के रूप में हुई है। पाकिस्तान इस गोलाबारी के बाद नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया है। सेना ने भी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की हिदायत दी है।
 
एक सेनाधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में गोलाबारी जारी है। उन्होंने बताया कि घायलों को अस्पताल ले जाया गया है और इनमें से कुछ की हालत गंभीर बनी हुई है। उन्होंने बताया कि कई मकान भी क्षतिग्रस्त हो गये लेकिन विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है। इन मौतों के साथ ही एलओसी और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) के पास पाकिस्तानी गोलाबारी और गोलीबारी में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 32 हो गई है।
 
पाकिस्तान पिछले आठ दिनों से लगातार जिला पुंछ के कस्बा, केरनी और शाहपुर में सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। बीएसएफ अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तानी सैनिक ये गोलाबारी आतंकवादियों की इस ओर घुसपैठ करवाने के लिए कर रहे हैं। भारतीय जवान हर स्थिति से निपटने में सक्षम है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Maharashtra politics : क्या महाराष्ट्र में होने वाला है बड़ा खेला, फडणवीस और उद्धव ठाकरे की मुलाकात के सियासी मायने

भारत में कितनी तेजी से बढ़ रही किस धर्म की आबादी? क्या भविष्य में अल्पसंख्यक बन जाएंगे बहुसंख्यक!

निमिषा प्रिया को बचाने के लिए क्या कर रही है भारत सरकार, विदेश मंत्रालय ने दी पूरी जानकारी

Donald Trump की धमकी, रूस से सस्ता तेल, क्या करेगी भारत सरकार, पेट्रोलियम मंत्री बोले- प्लान तैयार

7 महीने में 24 हजार लोगों को काटा, अब भी 30 हजार से ज्‍यादा कुत्‍तों की नहीं हुई नसबंदी, कहां सो रहा निगम प्रशासन

सभी देखें

नवीनतम

उत्तराखंड की सभी सीमाओं पर लगेंगे 251 फुट ऊंचे भगवा ध्वज, सीएम धामी ने की घोषणा

शराब घोटाला मामले में ED का बड़ा एक्शन, भूपेश बघेल का बेटा गिरफ्तार

Maharashtra: विधान भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे जितेंद्र आव्हाड को पुलिस ने बलपूर्वक हटाया

महाकुंभ जैसी अभेद्य सुरक्षा में कावड़ यात्रा, 7 जिलों में 11000 कैमरों की डिजिटल सेना, भीड़ का मैप तैयार

सिंहस्थ महाकुंभ की तारीखों की हुई घोषणा, 27 मार्च से 27 मई 2028 तक चलेगा महापर्व

अगला लेख