थोक कीमतों पर आधारित महंगाई सितंबर में बढ़कर 1.32 फीसदी हुई

Webdunia
बुधवार, 14 अक्टूबर 2020 (15:21 IST)
नई दिल्ली। खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेजी के चलते थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति सितंबर 2020 में बढ़कर 1.32 प्रतिशत हो गई। जो पिछले साल की समान अवधि में 0.33 प्रतिशत थी।

बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, मासिक डब्ल्यूपीआई (थोक मूल्य सूचकांक) पर आधारित मुद्रास्फीति की वार्षिक दर सितंबर में 1.32 प्रतिशत (अनंतिम) रही, जो पिछले साल की समान अवधि में 0.33 प्रतिशत थी। थोक कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में 0.16 प्रतिशत थी।

इससे पहले डब्ल्यूपीआई पर आधारित मुद्रास्फीति लगातार चार महीनों में नकारात्मक (अप्रैल में नकारात्मक 1.57 प्रतिशत, मई में नकारात्मक 3.37 प्रतिशत, जून में नकारात्मक 1.81 प्रतिशत और जुलाई में नकारात्मक 0.58 प्रतिशत) थी।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की महंगाई 8.17 प्रतिशत रही, जबकि अगस्त में यह 3.84 प्रतिशत थी। समीक्षाधीन अवधि में अनाज की कीमतों में गिरावट आई, जबकि दालें महंगी हुईं।
इस दौरान सब्जियों के महंगा होने की दर 36.54 प्रतिशत के उच्च स्तर पर थी। आलू की कीमत एक साल पहले के मुकाबले 107.63 प्रतिशत अधिक थी, हालांकि प्याज की कीमतों में कुछ गिरावट देखने को मिली।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Bangalore में सॉफ्टवेयर इंजीनियर Digital Arrest, फोन पर दी धमकी, 11 करोड़ से ज्‍यादा वसूले

GST On Used Cars : पुरानी कार बेचने पर 18% जीएसटी, वित्त मंत्री से नाराजगी, क्या मीडिल क्लास के लिए है बड़ा झटका, समझिए पूरा गणित

delhi elections 2025: BJP का केजरीवाल के खिलाफ आरोपपत्र, AAP को सत्ता से हटाने का लिया संकल्प

यमुना में प्रदूषण को लेकर Delhi LG ने AAP प्रमुख केजरीवाल को लिखा पत्र

इंदौर में MPPSC के बाहर प्रदर्शन करने वालों पर FIR, कल ही CM यादव से मिले, मांगों पर मिला था आश्‍वासन

सभी देखें

नवीनतम

One Nation One Election पर गठित JPC के चेयरमैन का अहम फैसला, 8 जनवरी को बुलाई पहली बैठक

क्रिसमस से पहले PM मोदी ने की देशवासियों से यह अपील

NHRC Chairman : जस्टिस वी. रामासुब्रमण्यम बने एनएचआरसी के अध्यक्ष

TRAI : मोबाइल यूजर्स के लिए बड़ी खुशखबर, दूरसंचार कंपनियों को वॉयस कॉल और SMS के जारी करने होंगे रिचार्ज पैक

बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ हिंसा पर क्या बोले अयोध्या के संत-महंत

अगला लेख