मोदी सरकार का बड़ा फैसला, सरकारी दस्तावेज से हटा 'हलाल' शब्द

Webdunia
बुधवार, 6 जनवरी 2021 (00:08 IST)
नई दिल्ली। कृषि निर्यात से संबंधित संस्था एपीडा ने अपनी रेड मीट नियमावली से 'हलाल' शब्द को हटा दिया है और यह स्पष्ट किया है कि निर्यात के उद्देश्य से जानवरों का वध आयातक देश या खरीदार की मांस संबंधी जरूरत के अनुसार किया गया है। इस कदम का दक्षिणपंथी संगठनों ने स्वागत किया है। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) द्वारा जारी संशोधित रेड मीट नियमावली में लिखा है कि जानवरों का वध देश/ आयातक की जरूरत के अनुसार किया गया है।
ALSO READ: पंजाब के BJP नेताओं का दावा, किसान आंदोलन में माओवादी की इंट्री, PM मोदी जल्द निकालेंगे हल
सूत्रों ने कहा कि नई नियमावली से 'हलाल' शब्द को हटा दिया गया है, क्योंकि इससे भ्रम पैदा हो रहा था। चाहे मांस हो या कोई अन्य उत्पाद, यह मूल रूप से आयात करने वाले देश और खरीदार की जरूरत पर निर्भर करता है। उन्होंने कहा कि हालांकि इस कदम का जमीन पर ज्यादा असर नहीं होगा लेकिन यह प्रतीकात्मक है, क्योंकि इस्लामिक देश सिर्फ 'हलाल'  प्रमाणित मांस के आयात की अनुमति देते हैं।
 
विश्व हिन्दू परिषद (वीएचपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने इस कदम का स्वागत करते कहा कि भारत में उत्पादों के हलाल प्रमाणन की प्रथा बंद होनी चाहिए, क्योंकि इससे अनुसूचित जाति और जनजाति के समुदायों की आजीविका प्रभावित हो रही है। भारत दुनिया में भैंस के मांस का निर्यात करने वाला सबसे बड़ा देश है जबकि वियतनाम इसका सबसे बड़ा आयातक देश है। भारत से मांस का निर्यात और उत्पादन 1969 में शुरू हुआ। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

UP : आगरा में जूता कारोबारियों के ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी, 30 करोड़ बरामद

Swati Maliwal Case : स्वाति मालीवाल बोली- एक गुंडे के दबाव में झुकी AAP, अब मेरे चरित्र पर सवाल उठा रही है

छत्तीसगढ़ में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्‍या, फांसी पर लटका मिला एक अन्‍य शव

कोर्ट ने क्यों खारिज की विभव कुमार की जमानत याचिका, बताया कारण

अमेठी में इस बार आसान नहीं है केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की राह

PM मोदी बोले- सामाजिक और धार्मिक संगठनों को धमका रहीं ममता बनर्जी, TMC लांघ रही शालीनता की हदें

प्रधानमंत्री मोदी बोले- माओवादियों की भाषा बोल रहे हैं राहुल गांधी

टूरिस्टों पर हमले से चिंता में कश्मीरी, पाकिस्तान को रास नहीं आ रही पर्यटकों की बाढ़

प्रयागराज में राहुल और अखिलेश की जनसभा में बेकाबू हुई भीड़, बैरिकेडिंग तोड़ मंच पर चढ़ने लगे लोग

फूलपुर में भाषण नहीं दे सके राहुल और अखिलेश, जानिए क्या है वजह

अगला लेख