X
✕
समाचार
मुख्य ख़बरें
राष्ट्रीय
अंतरराष्ट्रीय
प्रादेशिक
मध्यप्रदेश
छत्तीसगढ़
गुजरात
महाराष्ट्र
राजस्थान
उत्तर प्रदेश
क्राइम
फैक्ट चेक
ऑटो मोबाइल
व्यापार
मोबाइल मेनिया
बॉलीवुड
बॉलीवुड न्यूज़
हॉट शॉट
मूवी रिव्यू
वेब स्टोरी
पर्यटन
आने वाली फिल्म
खुल जा सिम सिम
बॉलीवुड फोकस
आलेख
सलमान खान
सनी लियोन
टीवी
मुलाकात
धर्म-संसार
एकादशी
श्री कृष्णा
रामायण
महाभारत
व्रत-त्योहार
धर्म-दर्शन
शिरडी साईं बाबा
श्रीरामचरितमानस
आलेख
सनातन धर्म
लाइफ स्टाइल
वीमेन कॉर्नर
सेहत
योग
NRI
मोटिवेशनल
रेसिपी
नन्ही दुनिया
पर्यटन
रोमांस
साहित्य
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
दैनिक राशिफल
रामशलाका
राशियां
आज का जन्मदिन
आज का मुहूर्त
लाल किताब
वास्तु-फेंगशुई
टैरो भविष्यवाणी
चौघड़िया
धर्म संग्रह
इंदौर
मध्यप्रदेश
क्रिकेट
अन्य खेल
खेल-संसार
काम की बात
श्रीराम शलाका
ज्योतिष 2025
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
चुटकुले
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
Hindi
English
தமிழ்
मराठी
తెలుగు
മലയാളം
ಕನ್ನಡ
ગુજરાતી
समाचार
बॉलीवुड
धर्म-संसार
लाइफ स्टाइल
श्रीरामचरितमानस
ज्योतिष
धर्म संग्रह
इंदौर
मध्यप्रदेश
क्रिकेट
काम की बात
श्रीराम शलाका
ज्योतिष 2025
एक्सप्लेनर
क्राइम
रामायण
महाभारत
फनी जोक्स
वीडियो
फोटो गैलरी
अन्य
पंडित जोशी : एक युग का अवसान
सोमवार, 24 जनवरी 2011
अपनी ओजस्वी वाणी से हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के खजाने को समृद्धि के नए शिखर पर ले जाने वाले पंडित...
पंडित भीमसेन जोशी : एक नजर
सोमवार, 24 जनवरी 2011
अखंड झरना बहा कर चले गए
सोमवार, 24 जनवरी 2011
ईश्वर का यह दूत तो अपने कंठ से बहते सुरों के अखंड झरने से तमाम रसिकजनों को तृप्त कर रहा था। आज वह झर...
तभी सुनाई दिया मुझे राग दुर्गा
सोमवार, 24 जनवरी 2011
शास्त्रीय संगीत के विलक्षण कलाकार भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से अलंकृत पंडित भीमसेन जो...
आज रागों का कंठ अवरुद्ध है
सोमवार, 24 जनवरी 2011
सुरों की चाँदनी में पुण्य स्नान
सोमवार, 24 जनवरी 2011
सुरों का बसंत हुआ खामोश
सोमवार, 24 जनवरी 2011
अवरोह बहता आता था पानी की तरह
धन धन भाग सुहाग तेरो
सुरों के बादशाह यूँ ही नहीं बने
अश्रुओं से अभिषेक किया था
कलापिनी के अनुसार पंडितजी को भारतरत्न काफी पहले मिल जाना चाहिए था। आपने बताया कि पूना में प्रतिवर्ष ...
किसी आलिंगन के लिए बढ़ता
ख्याल गायकी के भगवंत
उनका आभामंडल सुरों की पवित्रता से दमकता रहता है... सुर उनके गले में स्थान पाकर अपने आप को धन्य समझते...
वे ईश्वर के लिए गा रहे थे
देवदूत के कंठ से बहता सुरों का अखंड झरना