सर्वपितृ अमावस्या पर इन 10 लोगों को परोसें भोजन, पितृ होंगे प्रसन्न

Webdunia
शुक्रवार, 23 सितम्बर 2022 (14:21 IST)
श्राद्ध, तर्पण, पिंडदान आदि कर्म करने के बाद भोजन कराए जाने की परंपरा है। बहुत से लोग यह कर्म नदी के किनारे करने के बाद भोजन कराते हैं और बहुत से घर पर ही यह कर्म करने के बाद भोजन कराते हैं। आओ जानते हैं कि किन किन को परोसा जाता है भोजन, जिससे पितृ हो जाते हैं प्रसन्न।
 
1. गाय : गौबलि अर्थात गाय को पत्ते पर भोजन परोसा जाता है। घर से पश्चिम दिशा में गाय को महुआ या पलाश के पत्तों पर गाय को भोजन कराया जाता है तथा गाय को 'गौभ्यो नम:' कहकर प्रणाम किया जाता है।
 
2. कुत्ता : श्वानबलि अर्थात कुत्त को पत्ते पर भोजन परोसा जाता है।
 
3. कौवा : काकबलि अर्थात कौए के लिए छत या भूमि पर भोजन परोसा जाता है।
 
4. चींटी : पिपलिकादि बलि अर्थात चींटी-कीड़े-मकौड़ों इत्यादि के लिए पत्ते भोजन परोसा जाता। उनके बिल हों, वहां चूरा कर भोजन डाला जाता है।
 
5. देवी देवता : देवबलि अर्थात श्रीविष्णु, अर्यमा, यम, चित्रगुप्त सहित देवतों को पत्ते पर भोजन परोसा जाता है। बाद में इसे उठाकर घर से बाहर रख दिया जाता है।
6. ब्राह्मण भोज : इसके बाद ब्राह्मण भोज कराया जाता है। इस दिन सभी को अच्छे से पेटभर भोजन खिलाकर दक्षिणा दी जाती है। ब्राह्मण का निर्वसनी होना जरूरी है। ब्राह्मण नहीं हो तो संन्यासी या साधुजनों को भोजन कराएं।
 
7. भांजा : कहते हैं कि 100 ब्राह्मण एक भानेज। यदि भांजा या भांजी है तो उन्हें सबसे पहले भोजन कराएं।
 
8. जमाई : जमाई या बहनोई को भोजन कराना जरूरी है अन्यथा पितृ दु:ख होते हैं।
 
9. मछली : मछलियों को भी इस दिन अन्न का दाना डालना चाहिए। पितरों के निमित्त जो पिंडदान किया जाता है और उस पिंड को बाद में नदी में विसर्जित किया जाता है तो वह मछलियों और जलचर जंतुओं के लिए ही होता है।
 
10. पीपल : पीपल को जल अर्पित करना और उसकी पूजा करना भी जरूरी है। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

पढ़ाई में सफलता के दरवाजे खोल देगा ये रत्न, पहनने से पहले जानें ये जरूरी नियम

Yearly Horoscope 2025: नए वर्ष 2025 की सबसे शक्तिशाली राशि कौन सी है?

Astrology 2025: वर्ष 2025 में इन 4 राशियों का सितारा रहेगा बुलंदी पर, जानिए अचूक उपाय

बुध वृश्चिक में वक्री: 3 राशियों के बिगड़ जाएंगे आर्थिक हालात, नुकसान से बचकर रहें

ज्योतिष की नजर में क्यों है 2025 सबसे खतरनाक वर्ष?

सभी देखें

धर्म संसार

23 नवंबर 2024 : आपका जन्मदिन

23 नवंबर 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त

Vrishchik Rashi Varshik rashifal 2025 in hindi: वृश्चिक राशि 2025 राशिफल: कैसा रहेगा नया साल, जानिए भविष्‍यफल और अचूक उपाय

हिंदू कैलेंडर के अनुसार मार्गशीर्ष माह की 20 खास बातें

Kaal Bhairav Jayanti 2024: काल भैरव जयंती कब है? नोट कर लें डेट और पूजा विधि

अगला लेख