अगर आपने भी PM मोदी की इस दीपावली सिर्फ Made in India प्रोडक्ट खरीदने की अपील वाली चिट्ठी शेयर की है...तो इसका सच जान लीजिए...

Webdunia
बुधवार, 21 अगस्त 2019 (12:27 IST)
हर साल दीपावली से पहले चायनीज लाइटें और पटाखों का बहिष्कार और स्वदेशी सामानों के इस्तेमाल की अपील होती रहती है। इस बार सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम से एक चिट्ठी वायरल हो रही है, जिसमें वे लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे इस दीपावली पर सिर्फ भारत में बने उत्पाद ही खरीदें। इस चिट्ठी में प्रधानमंत्री मोदी के हस्ताक्षर भी हैं।

वायरल चिट्ठी में क्या है-

चिट्ठी में लिखा है- ‘मेरे प्यारे भारत वासियों आप सब इस बार इतना करें कि आने वाले दीपावली पर्व पर अपने घरों में रौशनी सजावट मिठाई इन सब में केवल भारत में बनी सामग्री का प्रयोग करें। आशा करता हूं आप इस प्रधान सेवक की बात को जरूर मानेंगे। आप छोटे-छोटे कदमों से अगर मेरा साथ दो तो मैं आप से वादा करता हूं हमारे भारत को दुनिया की सबसे आगे वाली पंक्ति में प्रथम स्थान पर खड़ा पाओगे'

सच क्या है-

सोशल मीडिया में वायरल हो रही चिट्ठी की पड़ताल के लिए हमने Yandex इमेज रिवर्स सर्च का इस्तेमाल किया, तो हमें पीएमओ द्वारा 2016 में किया गया एक ट्वीट मिला। इससे पता चला कि सोशल मीडिया में वायरल की जा रही चिट्ठी फर्जी है।

पीएमओ ने लिखा था, ‘पीएम के ‘हस्ताक्षर’ के साथ कुछ अपील सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं। ये दस्तावेज असली नहीं हैं।

आपको बता दें कि पीएम मोदी भारतीय उत्पादों के बड़े समर्थक रहे हैं। वे अकसर कई मौकों पर खादी के इस्तेमाल को बढ़ावा दिया है। दीपावली पर कुम्हारों से मिट्टी के दीपक और कलश खरीदने का आग्रह करते हैं, लेकिन वायरल चिट्ठी फर्जी है।

वेबदुनिया ने अपनी पड़ताल में पाया कि सोशल मीडिया में पीएम मोदी के नाम पर वायरल हो रही चिट्ठी फर्जी है।


सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर होगी शुरू, चीन के साथ विमान सेवा पर भी बनी सहमति

Gold Rate : सोना क्‍या और बढ़ेगा, कहां तक जाएगा, अभी खरीदना कितना सही, जानिए सवालों के जवाब

Indian Economy : भारतीय अर्थव्यवस्था 3 साल में जर्मनी और जापान को छोड़ देगी पीछे, नीति आयोग के सीईओ ने जताया अनुमान

Gold : तमिलनाडु के 21 मंदिरों ने क्यों पिघला दिया 1,000 किलो सोना

SC की इस टिप्‍पणी पर भड़के उपराष्‍ट्रपति धनखड़, बोले- अदालतें आदेश नहीं दे सकतीं, यह लोकतंत्र के खिलाफ

सभी देखें

नवीनतम

Supreme Court ने नासिक की दरगाह गिराने के नोटिस पर लगाई रोक, Bombay High Court से मांगी रिपोर्ट

Chhattisgarh: सुकमा में 33 और नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, आदिवासियों पर अत्याचारों से निराश थे

वन प्रबंधन में औपनिवेशिक सोच से मुक्त होना जरूरी : मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव

Madhya Pradesh : थलसेना अध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी ने की मुख्‍यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात

अगला लेख