कोरोनाकाल में प्री प्राइमरी और प्राइमरी के बच्चों की भी होगी ऑनलाइन क्लास

विकास सिंह
शुक्रवार, 31 जुलाई 2020 (12:08 IST)
कोरोनाकाल में मध्यप्रदेश में प्री प्राइमरी के बच्चों की पढ़ाई भी अब ऑनलाइन शुरु होगी। कोरोना के बढ़ते मामले को देखते ही सरकार ने 31 अगस्त तक स्कूलों के खुलने पर पहले ही रोक लगा दी है। ऐसे में पढ़ाई को सुचारू रूप से चलाने के लिए अब स्कूलों में डिजिटल शिक्षा प्रारंभ की जाएगी। 
 
स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेश के मुताबिक प्री प्राइमरी के बच्चों को ऑनलाइन क्लास के लिए सप्ताह में 3 दिन और प्रतिदिन 30 मिनट का समय तय किया गया है। इसके अलावा पहली से आठवीं तक की कक्षाओं में सप्ताह में 5 दिन तथा हाईस्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल में सप्ताह में 6 दिन ऑनलाइन पढ़ाई की जाएगी।
ALSO READ: कोरोनाकाल में घर बैठकर ही एग्जाम दें सकेंगे यूजी और पीजी के फाइनल ईयर के स्टूडेंट
प्रदेश सरकार ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ऑनलाइन डिजिटल शिक्षण के संबंध में जारी निर्देशों के बाद यह आदेश जारी किए है। अब तक मध्यप्रदेश में प्री प्राइमरी और प्राथमिक कक्षाओं के ऑनलाइन संचालन पर पूरी तरह रोक लगा दी थी।

गांवों में टीवी के माध्यम से शिक्षा – इसके साथ मध्यप्रदेश में कोरोना संकट काल में गांवों में टीवी के माध्यम से शैक्षणिक सामग्री पहुंचाने एवं शिक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी। इससे विद्यार्थी अपने घर बैठे ही टीवी पर शैक्षणिक सामग्री प्राप्त कर सकेंगे। इसके लिए रिलायंस कंपनी "जिओ टीवी एप" की सेवा प्रदेश में निशुल्क देगी। इस कार्य को अभियान के रूप में जन सहयोग से किया जाए। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख