चीन में जो कोरोना मचा रहा कहर, क्‍या भारत में भी करेगा असर, क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर?

नवीन रांगियाल
चीन में कोरोना कहर बरपा रहा है। अमेरिका, जापान और ब्राजील में भी संक्रमण की रफ्तार बढ़ रही है। जबकि भारत जैसा देश इस वायरस को लेकर अलर्ट हो गया है। ऐसे में नागरिकों को भी सतर्क रहने की जरूरत है। हमने शहर के चिकित्‍सकों से चर्चा कर जाना कि आखिर यह वायरस क्‍या है, कितना खतरनाक है और इससे कैसे बचा जाए।

इसके साथ ही मंगलवार को पूरे देश में मॉकड्रिल की जा रही है। जिससे संकट की स्‍थिति आती है तो इससे कैसे बचा जाए, कैसे व्‍यवस्‍था की जाए और इस पूरे संकट से कैसे निपटा जाए। इस मॉकड्रिल से यह भी पता चलेगा कि हमारे अस्‍पताल कितने तैयार हैं, डॉक्‍टर और अन्‍य स्‍टाफ की उपलब्‍धता के साथ ही संसाधनों की मात्रा कितनी है और कितनी नहीं है।

वायरस के इस नए संकट को समझने के लिए वेबदुनिया ने इंदौर के कोकिलाबेन अस्‍पताल में सेवाएं दे रहे जाने-माने पल्‍मॅनोलॉजिस्‍ट डॉ रवि दोशी से चर्चा की। आइए जानते है उनके साथ यह विशेष चर्चा।

सवाल : चीन में जो वायरस फैला है क्‍या वो नया वायरस है?
जवाब : नया नहीं है, कोरोना के ऑमिक्रॉन का ही नया म्‍यूटेशन है, जिसे बीएफ 7 कहा जा रहा है।

सवाल : क्‍या ये पहले वाले म्‍यूटेशन से ज्‍यादा खतरनाक है, जिस तरह से चीन से खबरें आ रही हैं?
जवाब : यह भारत में अभी नहीं है, इसके साथ ही चीन से कोई एक्‍चुअल डाटा सामने नहीं आ रहा है, जो खबरे अलग- अलग माध्‍यम से आ रही हैं, उसका कोई प्रमाण नहीं है, अभी कोई अंदाजा लगा पाना मुश्‍किल है।

सवाल : जैसा कि खबरें आ रही हैं, क्‍या इसके कोई अलग लक्षण हैं?
जवाब : आमतौर पर सर्दी-खांसी, बुखार और गले में खराश जैसे ही लक्षण होते हैं, लेकिन फिर भी चाइना से ऐसा कोई ठोस डाटा नहीं आ रहा है, जिसे प्रमाण माना जाए।

सवाल : क्‍या वैक्‍सीन लगवा चुके लोगों को भी इससे खतरा हो सकता है?
जवाब : देखिए, अगर किसी ने वैक्‍सीन नहीं लगाई है तो उसे पूरे डोज लगवाना चाहिए। अगर बूस्‍टर नहीं लगवाया तो बूस्‍टर लेना चाहिए। जिसने कुछ नहीं लिया है उसे वैक्‍सीन और बूस्‍टर की पूरी प्रक्रिया अपनाना चाहिए।

सवाल : अभी सर्दी-खांसी और बुखार का मौसम चल रहा है, कैसे सावधान रहें। कोरोना के भी लक्षण लगभग यही होते हैं?
जवाब : अगर लंबे समय तक सर्दी खांसी बनी रहती है तो डॉक्‍टर को दिखाना चाहिए।

सवाल : किन लोगों को ज्‍यादा सावधान रहने की जरूरत है?
जवाब :
जिन्‍हें डायबिटीज, अस्‍थमा और दिल की बीमारी समेत कोई गंभीर बीमारी है उन्‍हें ज्‍यादा सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है।

सवाल : आपने कोरोना काल में सेवाएं दी हैं, फिर से वो संकट आ सकता है, ऐसे में पूरे देश में कोरोना मॉकड्रिल हो रही है, इससे क्‍या फायदा होगा?
जवाब : देखिए, एहतियात के तौर पर जितनी ट्रैनिंग लेंगे उतना अच्‍छा है। इससे एक रिहर्सल हो जाती है। हमें अचानक से व्‍यवस्‍था और संसाधनों के इस्‍तेमाल की पहले से जानकारी होना चाहिए, ये अच्‍छी बात है इस तरह की मॉकड्रिल अगर हो रही है।

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