नवंबर के पहले सप्ताह में भारत को मिल सकते हैं 3 और राफेल विमान

Webdunia
बुधवार, 28 अक्टूबर 2020 (21:30 IST)
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रही तनातनी के बीच वायुसेना को फ्रांस से जल्द ही 3 और राफेल लड़ाकू विमान मिलने वाले हैं, जिससे उसके पास कुल 8 राफेल विमान हो जाएंगे।

सूत्रों के अनुसार, वायुसेना को आगामी 5 नवंबर को फ्रांस से 3 और राफेल लड़ाकू विमान मिलने वाले हैं जिससे वायुसेना के बेड़े में राफेल विमानों की संख्या आठ पहुंच जाएगी, क्योंकि उसे पांच विमान पहले ही मिल चुके हैं।

इन विमानों को अंबाला वायुसेना स्टेशन में एक समारोह में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और उनकी फ्रांसीसी समकक्ष की मौजूदगी में वायुसेना के बेड़े में शामिल किया गया था! भारत ने वर्ष 2016 में 36 राफेल विमानों के लिए फ्रांस के साथ करीब 59000 करोड़ रुपए का सौदा किया था।

वायुसेना को इसी महीने चार से पांच राफेल विमानों की आपूर्ति होनी थी लेकिन कुछ तकनीकी कारणों से यह आपूर्ति नहीं हो सकी और अब बताया गया है कि आगामी पांच नवंबर को तीन विमान वायुसेना को दिए जाएंगे।
राफेल के वायुसेना के जंगी विमानों के बेड़े में शामिल होने से वायुसेना की ताकत और मारक क्षमता दोनों बढ़ी है। वायुसेना लंबे समय से लड़ाकू विमानों की कमी का सामना कर रही है और उसके स्कवैड्रनों की संख्या काफी कम हो गई है। राफेल विमानों के आने के बाद यह दावा किया जा रहा है कि वायुसेना दो मोर्चों पर एक साथ किसी भी स्थिति से निपट सकती है।(वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Delhi : दिल्ली में CM के बंगले को लेकर फिर घमासान, AAP और कांग्रेस ने रेखा गुप्ता पर लगाए आरोप

पाकिस्तान ने दिखाया असली रंग, UNSC का अध्यक्ष बनते ही उठाया कश्मीर मुद्दा, चालबाजियों से कैसे निपटेगा भारत

ESIC की नियोक्ता और कर्मचारी पंजीकरण योजना शुरू, जानिए कब तक रहेगी लागू

Hero का सस्ता इलेक्ट्रिक स्कूटर Vida VX2 हुआ लॉन्च, जानिए कीमत और फीचर्स

क्या है केन्द्र सरकार की ELI Scheme, कैसे मिलेंगे आपको 15000 रुपए, क्या है पात्रता और शर्तें

सभी देखें

नवीनतम

Petrol Diesel Prices : कच्‍चे तेल की कीमतों में वृद्धि के बाद पेट्रोल डीजल के ताजा दाम जारी, जानें आपके नगर में क्या हैं भाव

आदित्य ठाकरे को बड़ी राहत, दिशा सालियान मामले में मिली क्लीनचिट

LIVE: आदित्य ठाकरे को बड़ी राहत, दिशा सालियान मामले में क्लीनचिट

अमरनाथ यात्रा शुरू, बालटाल और नुनवान आधार शिविरों से पहला जत्था रवाना

ऑपरेशन सिंदूर के उद्देश्य पर अमेरिका में क्या बोले विदेश मंत्री जयशंकर?

अगला लेख